इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के ऐन वक्त पर नामांकन वापस लेने और भाजपा की दामन थामने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। अक्षय कांति बम के अचानक से लोकसभा का मैदान छोड़ने के बाद मध्यप्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। राजनीति इतनी ज्यादा गरमा गई है कि एमपी कांग्रेस के नेताओं ने बयानों के बाण छोड़ना शुरू कर दिए हैं। भाजपा नेता भी कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं।
कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को आस्तीन का सांप करार दिया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख मुकेश नायक का कहना है कि देश की राजनीति इस समय अपना स्तर खोती जा रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जांच एजेंसियों का डर दिखाकर पूरे देश में एक कुचक्र चलाया जा रहा है। कई राज्यों में इस तरीके का डर दिखाकर सरकार गिरा दी गई। अक्षय कांति बम को लेकर मुकेश नायक ने कहा कि वह धोखेबाज हैं और इस तरीके के नेताओं की इज्जत किसी भी राजनीतिक दल में नहीं होती।
नामांकन वापस करके बीजेपी क्या सिद्ध करना चाहती। क्या वह विपक्ष वहीन प्रजातंत्र इस देश में चाहती है। विपक्ष मुक्त भारत। सूरत और इंदौर के मतदाताओं के साथ घोर प्रजातांत्रिक अन्याय। तन्खा ने कहा कि ECISVEEP से से क्या अपेक्षा हम करे सकते हैं।
कितने में बिके हो
कांग्रेस पीसीसी चीफ के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने एक्स पर लिखा है कि अक्षय बम, तुम तो ‘फुस्सी बम’ निकले, तुमसे अच्छी तो वैश्यायें हैं। जो अपने फ़्रोफ़ेशन के प्रति ईमानदार होती हैं, कितने में बिके हो? वक्त हमेशा बदलता है। जिस कारण बिके हो। वही कारण हमेशा कायम रहेगा। वही तुम्हें भविष्य में शिकंजे में भी लेगा।
विश्वासघात महंगा पड़ेगा
केके मिश्रा ने आगे लिखा है कि विश्वासघात महंगा पड़ेगा। मुझे मालूम था तुम्हारी क़ीमत लग चुकी है। इससे मैं 15 पहले पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को बता चुका था, आख़िरकार वह सच साबित हुआ। इसी ख़ातिर मैंने तुम्हारे पक्ष में आज तक कुछ नहीं बोला, क्योंकि मुझे मालूम था कि मेरी भावनाएं किसी ‘गद्दार’ को समर्पित हो सकती हैं।
लिया और उनकी पीठ में छुरा भी भोंका था। केके मिश्रा ने फिर लिखा है कि अब अपनी वल्दीयत भी बदल लेना। धंधेबाजों और दौलत से मोहब्बत करने वालों की कोई विचारधारा होती ही नहीं है। दूसरे धंधेबाज़ों की तरह तुमने भी यह साबित कर दिया।