केंद्र सरकार द्वारा लाये गए 3 कृषि कानून को लेकर देश भर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध देखने को मिल रहा है। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को सिंघु बॉर्डर पहुंचकर प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात की और लंगर सेवा में हिस्सा लिया। सुरजेवाला के मुताबिक उन्होंने किसान नेताओं से मिलकर कांग्रेस की तरफ से उनके प्रति समर्थन भी जताया।
इस बीच अब कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया जिसमे उन्होंने लिखा नया साल, नया संकल्प ! ये संघर्ष असली “धर्मयुद्ध है, खेत-खलिहान बचाने का, देश बनाने का ! आज नव वर्ष पर सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं से मिल सोनिया जी के नेत्रत्व में कांग्रेस का अटूट समर्थन दोहराया। लंगर सेवा में अपना योगदान दिया।
नव वर्ष की सर्द सुबह,
हम किसानों के साथ है,
सड़कों पर किसान है,
हुकूमत को गुमान है,पर सुबह सुर्ख होगी,
जीत किसानी की होगी,इसलिए मोदीजी आंखे खोलिए,
और सड़कों से आती आवाज़ को सुनिये,
और अपने काले कानून को वापस लीजिए…#किसान#किसान_आंदोलन #FarmersProtest pic.twitter.com/ckHT9Wvb8P— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 31, 2020
उन्होंने आगे लिखा नव वर्ष की सर्द सुबह, हम किसानों के साथ है, सड़कों पर किसान है, हुकूमत को गुमान है, पर सुबह सुर्ख होगी, जीत किसानी की होगी, इसलिए मोदीजी आंखे खोलिए, और सड़कों से आती आवाज़ को सुनिये, और अपने काले कानून को वापस लीजिए…
नया साल, नया संकल्प !
ये संघर्ष असली “धर्मयुद्ध है,
खेत-खलिहान बचाने का,
देश बनाने का !आज नव वर्ष पर सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं से मिल सोनिया जी के नेत्रत्व में कांग्रेस का अटूट समर्थन दोहराया।
लंगर सेवा में अपना योगदान दिया।#किसान #किसान_हमारा_अभिमान #FarmersProtest pic.twitter.com/mOHcVCd69t
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 31, 2020
किसानों की ओर से नए कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है। वहीं कई राजनीतिक पार्टियां भी इन कानूनों का विरोध कर रही हैं। जबकि सरकार किसनो से बात करने की कोशिश कर रही है।
बढ़ती ठण्ड में भी किसान दिल्ली बॉडर पर डेट हुए है, और किसान अपनी मांग पर अड़े है की इस कानून को वापिस लिया जाए, वही सरकार यह साफ़ कर चुकी है कि वह कृषि कानून को वापस नहीं लेगी, बल्कि इस कानून में संशोधन किया जाए। किसान सरकार की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है।
आप को बता दे कि राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी अकसर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधते रहते हैं। कोरोनो वायरस, किसान आंदोलन, अर्थव्यवस्था सहित कई विषयों को लेकर वे केंद्र सरकार की आलोचना करते रहते हैं।