मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। सागर के बीना विधानसभा से वर्तमान कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। निर्मला सागर जिले की एकमात्र Congress MLA थी। वे पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थी।
लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगे हैं। मध्य प्रदेश में अब तक प्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थामा हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। सागर जिले की बीना विधानसभा से कांग्रेस की वर्तमान विधायक निर्मला सप्रे ने बीजेपी ज्वाइन की है।
निर्मला सप्रे ने राहतगढ़ में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के समक्ष भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। निर्मला सागर जिले की एकमात्र कांग्रेस विधायक थी। आपको बता दें कि यह कांग्रेस की तीसरी विधायक है, जो बीजेपी में शामिल हुई है। इससे पहले रामनिवास रावत और कमलेश शाह भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में सागर जिले की 8 में से 7 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया है। कांग्रेस के खाते में केवल एक बीना सीट आई थी। जहां से निर्मला सप्रे ने बीजेपी के महेश राय को हराया था।
अब सागर में कांग्रेस का कोई विधायक नहीं
विधायक निर्मला सप्रे सागर जिले में कांग्रेस की इकलौती विधायक थी। अब उनके भाजपा में जाने से जिले में कांग्रेस का कोई विधायक नहीं बचा है। निर्मला सप्रे एससी वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं, ऐसे में लोकसभा चुनाव के बीच उनका भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
हजारों लोगों के सामने ज्वाइन की भाजपा
दरअसल, सात मई को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान होना है। इसे लेकर सीएम मोहन यादव समेत भाजपा के अन्य नेता लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। रविवार को सीएम मोहन यादव ने पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी लता वानखेड़े के समर्थन में सुरखी विधानसभा के राहतगढ़ में चुनावी सभा की। इस सभा में मौजूद हजारों लोगों की भीड़ के सामने कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे भाजपा में शामिल हों गईं।
BJP में शामिल होने के बाद क्या बोली सप्रे?
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुई निर्मला सप्रे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “मैंने जो जनता से वादे किए थे. वो विपक्ष में रहकर पूरे नहीं हो पा रहे थे। इसके अलावा सीएम मोहन यादव के एजेंडे से प्रभावित होकर आज बीजेपी ज्वाइन की है”.। सप्रे आगे कहती हैं “इसके साथ ही बीजेपी ज्वाइन करने के पीछे का सबसे बड़ा कारण पीएम मोदी हैं। उन्हीं से प्रभावित होकर आज ये फैसला लिया है”।
बीजेपी प्रत्याशी को 6 हजार वोटों से हराया था चुनाव
बीना विधानसभा सागर जिले की एकमात्र ऐसी विधानसभा थी जहां पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। तो वहीं बीजेपी उम्मीदवार रहे महेश राय ने विधानसभा चुनाव में हुई हार का ठीकरा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया पर फोड़ा था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि जिला अध्यक्ष के कारण ही मेरी विधानसभा में एक भी बड़े नेता की सभा नहीं हो पाई है। आपको बता दें निर्मला सप्रे ने बीजेपी प्रत्याशी महेश राय को करीब 6 हजार वोटों से चुनाव हराया था।