मध्यप्रदेश में तीसरे चरण की वोटिंग के लिए मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ पार्टियों के चुनाव प्रचार में भी तेजी आ गई है। मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव लगातार संसदीय सीटों पर पहुंचकर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभाएं और रोड शो कर रहे हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विदिशा संसदीय क्षेत्र के रायसेन जिला अंतर्गत बेगमगंज कस्बे में पूर्व सीएम शिवराज के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि विदिशा क्षेत्र के लोग सौभाग्यशाली है कि अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज और शिवराज सिंह चौहान जैसी विभूतियों ने यहां का प्रतिनिधित्व किया।
सीएम डॉ. यादव ने विपक्षी दल कांग्रेस और पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधा और बोले कि ये वो लोग हैं, जो राम मंदिर के निर्माण में रोज अड़ंगे लगाते थे। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में देश से आतंकवाद खत्म हुआ, देश में सुशासन स्थापित हुआ और हमारे देश की सीमाएं भी पूर्ण सुरक्षित हैं।
पहले सीमाओं पर आए दिन हमले होते थे और भारतीय सैनिकों के सिर काट लिए जाते थे, लेकिन मनमोहन सिंह सरकार एक ही राग अलापती रहती थी कि यह पाकिस्तान की करतूत है, ये पाकिस्तान से हो रहा है। लेकिन जैसे ही केंद्र में नरेंद्र मोदी जी की सरकार बनी और उरी की घटना हुई तथा हमारे सो रहे सैनिकों पर वार हुआ, तो पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने जो बोला वो करके दिखाया और पहली बार ऐसा हुआ कि पाकिस्तान को एक बार नहीं, दो-दो घर में घुसकर मारके दिखाया।
कांग्रेस के उलटे फैसले के कारण आज ऐसी हालत : शिवराज
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज कांग्रेस के उलटे फैसलों के कारण उनकी हालत ऐसी है कि उनके लोकसभा प्रत्याशी ही कांग्रेस छोडकर भाजपा में आ गए। कांग्रेस में कोई दम नहीं बची। थोड़ी बहुत थी तो उसे भी मोहन जी ने और भारतीय जनता पार्टी ने ख़त्म कर दिया। मैं बहनों का दर्द जानता था। बेटी के पैदा होते से है परिवार का चेहरा का उतर जाता था। बेटी को बोझ माना जाता था। इस दर्द को समझकर हमने लाडली लक्ष्मी योजना बनाई।
बंद नहीं होगी लाड़ली बहना योजना
शिवराज ने इस कहा कि ये कहते हुए गर्व है कि ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। हम हैं। जिन्होंने लाडली बहना योजना बना कर बहनों की जिंदगी बदलने का प्रयास किया है। शिवराज ने कहा कि मैं अपने मुख्यमंत्री मोहन यादव जी का धन्यवाद और अभिनन्दन करूंगा कि उन्होंने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि लाडली बहना योजना जारी रहेगी। अब केवल लाड़ली बहना नहीं, लखपति बहना बनना है। मोदी जी ने भी कह दिया है कि अब लखपति दीदी बनायेंगे।
मोदी जी के नेतृत्व में भारत बने कभी विश्व गुरु
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि आज दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं नरेन्द्र मोदी जी। और नरेन्द्र मोदी जी नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा। कांग्रेस में प्रधानमंत्री कौन बनेगा ये ही नहीं पता। ये तो बता दो धन्नू बनेगा, पल्ला बनेगा, मन्नू बनेगा, कल्लू बनेगा या जुम्मन बनेगा। मेरे लिए तो जनता की सेवा ही भगवान् की सेवा है। मैं भी अब दिल्ली जा रहा हूं, मोहन जी यहां से सौगातें देंगे और मैं दिल्ली से ले लेकर आऊंगा। चिंता मत करो। अपना क्षेत्र आगे-आगे और आगे बढ़ेगा।
विदिशा लोकसभा सीट बीजेपी के लिए गढ़ बन चुकी है। विदिशा संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा आती हैं, जिनमें भोजपुर, सांची, सिलवानी, विदिशा, बासोदा, बुदनी, इछावर और खातेगांव शामिल है। इन आठ सीटों में से सात पर बीजेपी के विधायक हैं तो सिलवानी विधानसभा सीट से कांग्रेस के देवेंद्र पटेल विधायक हैं। इस सीट पर साल 1989 से लगातार बीजेपी के प्रत्याशी ही जीत हासिल कर रहे हैं।
साल 1989 में राघव जी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1991 में अटलजी विजय हुए थे लेकिन उन्होंने यहां से इस्तीफा दे दिया था। क्योंकि वह लखनऊ से भी सांसद चुने गए थे। इसके बाद हुए उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान जीते और साल 2006 तक सांसद रहे। इसके बाद 2006 के उपचुनाव के दौरान रामपाल सिंह ने इस सीट से जीत हासिल। वहीं इसके बाद 2009 से 2019 तक सुषमा स्वराज यहां से सांसद रहीं। वहीं इस समय रमाकांत भार्गव यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया गया था। जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में बीजेपी के रमाकांत भार्गव को 8 लाख 53 हजार 22 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के शैलेन्द्र पटेल को 3 लाख 49 हजार 938 मत प्राप्त हुए थे। इस तरह बीजेपी के रमाकांत भार्गव ने यह चुनाव 5 लाख 3 हजार 84 वोटों से यह चुनाव जीत लिया था। इस तरह से बीजेपी ने इस सीट पर साल 1989 से चला आ रहा जीत का रिकॉर्ड भी कायम रखा।
साल | विजेता |
1952 | वीजी देशपांडे, हिंदू महासभा |
1957 | विजयाराजे सिंधिया, कांग्रेस |
1962 | रामसहाय पांडे, कांग्रेस |
1967 | पं. शिवशर्मा, जनसंघ |
1972 | रामनाथ गोयनका, जनसंघ |
1977 | राघवजी भाई, भारतीय लोकदल |
1980 | प्रतापभानु शर्मा, कांग्रेस |
1984 | प्रतापभानु शर्मा, कांग्रेस |
1989 | राघवजी भाई, भाजपा |
1991 | अटलबिहारी वाजपेयी, भाजपा |
1991 | शिवराजसिंह चौहान, भाजपा (उपचुनाव) |
1996 | शिवराजसिंह चौहान, भाजपा |
1998 | शिवराजसिंह चौहान, भाजपा |
1999 | शिवराजसिंह चौहान, भाजपा |
2004 | शिवराजसिंह चौहान, भाजपा |
2006 | रामपालसिंह राजपूत, भाजपा उपचुनाव |
2009 | सुषमा स्वराज, भाजपा |
2014 | सुषमा स्वराज, भाजपा |
2019 | रमाकांत भार्गव |
दिलचस्प बात यह है कि इस शहर का नाम भी नदी विदिशा के नाम पर ही है। दरअसल, विदिशा दो नदियों के संगम पर बसा हुआ है। इन प्राचीन नदियों में एक का नाम वैस है, जिसे विदिशा नदी के नाम से भी जाना जाता है। साल 2011 की जनगणना के मुताबिक विदिशा की आबादी 2489435 है। विदिशा लोकसभा क्षेत्र की अधिकतम आबादी 81.39 फीसदी गांवों में रहती है और 18.61 फीसदी लोग शहरी इलाके में रहती है। विदिशा लोकसभा क्षेत्र में 18.68 फीसदी लोग अनुसूचित जाति से आते हैं। 5.84 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति की हैं। भारतीय चुनाव आयोग के रेकॉर्ड में विदिशा लोकसभा क्षेत्र में 16,34,370 वोटर हैं। इनमें से 7,61,960 वोटर महिला और 8,72,410 पुरुष वोटर हैं।