रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: देश में कोरोना के दूसरे लहर से मचे हाहाकार के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को बड़ा एलान किया। मुख्यमंत्री केजरीवान ने 1 मई से 18 साल से उपर वालों को लगने वाले वैक्सीन को मुफ्त करने का एलान किया है। इस दौरान उन्होने कहा कि दिल्ली में 18 साल से ऊपर वाले सभी लोगों का मुफ्त टीकाकरण किया जाएगा।
मुख्यमीं केजरीवाल ने सोमवार को प्रेस कांन्फ्रेंस करके कहा कि प्रदेश सरकार ने 1.34 करोड़ कोरोना वैक्सीन का ऑर्डर दे दिया है। दिल्ली में 1 मई से टीकाकरण का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कोरोना वैक्सीन की अलग-अलग कीमत तय किए जाने के मुद्दे पर भी सवाल उठाए।
उन्होने आगे कहा कि, “वैक्सीन निर्माताओं का कहना है कि उन्हें 150 रुपये में वैक्सीन बेचने पर भी फायदा हो रहा है। फिर अलग-अलग दाम क्यों रखे जा रहे हैं” इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीन निर्माता कंपनियों से अपील की कि फायदा कमाने के लिए पूरी जिंदगी पड़ी है लेकिन यह वक्त मानवता दिखाने का है। दोनों दवा कंपनियों को केंद्र, राज्य और प्राइवेट अस्पतालों को एक ही दाम पर दवा देनी चाहिए।
आपको बता दें कि देश में 1 मई से कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू हो रहा है। इस दौरान 18 से 45 साल की उम्र वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इस चरण के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों को सीधे कंपनियों से कोरोना वैक्सीन लेने की छूट दे दी है। इस छूट के बाद टीका बनाने वाली दोनों कंपनियों ने भी अपने-अपने टीकों की कीमतों का ऐलान कर दिया है।
टीकों के कीमतों की बात करें तो पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट ने कहा है कि उसकी कोविशील्ड वैक्सीन राज्य सरकारों को 400 और प्राइवेट अस्पतालों को 600 रुपये में मिलेगी। जबकि हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी ने कहा है कि उसकी कोवैक्सीन राज्य सरकारों को 600 और प्राइवेट अस्पतालों को 1200 रुपये में मिलेगी।
इतना ही नहीं दोनों कंपनियों ने यह भी कहा है कि पहले के समझौते के तहत केंद्र सरकार को उसकी वैक्सीन 150 रुपये में मिलती रहेगी। वैक्सीन के अलग-अलग दाम तय किए जाने पर राज्य सरकारें और विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार की आलोचना कर रही हैं।