चारधाम यात्रा के प्रमुख प्रवेश द्वार हरिद्वार में इस साल यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं देने की योजना बनाई जा रही है। प्रशासन ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप की तर्ज पर हरिद्वार में एक आधुनिक ट्रांजिट कैंप विकसित करने जा रहा है, जहां यात्रियों को पंजीकरण, ठहरने, स्वास्थ्य जांच और परिवहन की सुविधाएं एक ही स्थान पर मिलेंगी।
यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा, नहीं होगी परेशानी
हरिद्वार में चारधाम यात्रा शुरू करने से पहले यात्रियों को अक्सर पंजीकरण और यात्रा व्यवस्था में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अभी तक तीर्थयात्रियों को पहले हरिद्वार से ऋषिकेश जाना पड़ता था, जहां से आगे की यात्रा के लिए पंजीकरण और बस या टैक्सी की व्यवस्था करनी होती थी। लेकिन अब हरिद्वार में ही यह सारी सुविधाएं मिलने से यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
ऑफलाइन पंजीकरण और टोकन व्यवस्था – अब यात्रियों को ऋषिकेश नहीं जाना होगा, हरिद्वार में ही पंजीकरण की सुविधा मिलेगी।
स्वास्थ्य जांच और निशुल्क दवाइयां – यात्रियों की मेडिकल जांच के लिए विशेष व्यवस्था होगी।
आरामदायक बैठने और ठहरने की सुविधा – वातानुकूलित हॉल, डोरमेट्री और स्नानघर की सुविधा उपलब्ध होगी।
मनोरंजन और जानकारी के लिए विशेष केंद्र – यात्रियों के लिए टीवी, समाचार पत्र और सूचना केंद्र की व्यवस्था होगी।
भोजन की उत्तम व्यवस्था – कैंटीन में शुद्ध सात्विक भोजन मिलेगा, जिससे तीर्थयात्रियों को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
परंपरागत रूप से श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा स्नान करने के बाद ही चारधाम यात्रा शुरू करते हैं। प्रशासन की नई योजना के तहत यात्रा पंजीकरण, परिवहन और ठहरने की सुविधा को हरिद्वार में ही उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को ऋषिकेश तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ट्रांजिट कैंप के लिए स्थल चयन की प्रक्रिया शुरू
नगर निगम प्रशासन को ट्रांजिट कैंप के लिए उपयुक्त भूमि चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास इस कैंप को विकसित किया जाएगा, जिससे यात्रा को सुगम और व्यवस्थित बनाया जा सके।
हरिद्वार में चारधाम यात्रा की नई व्यवस्थाओं से तीर्थयात्रियों को न केवल बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि अनियंत्रित किराया वसूली जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगी। प्रशासन इस योजना को जल्द से जल्द लागू करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है, ताकि चारधाम यात्रा 2025 को पहले से ज्यादा सुगम और सुविधाजनक बनाया जा सके।