1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. बड़ी खबर: देश के 13 राज्यों में CBI की रेड, सामने आया 3700 करोड़ का फर्जी लोन महाघोटाला

बड़ी खबर: देश के 13 राज्यों में CBI की रेड, सामने आया 3700 करोड़ का फर्जी लोन महाघोटाला

By: RNI Hindi Desk 
Updated:
बड़ी खबर: देश के 13 राज्यों में CBI की रेड, सामने आया 3700 करोड़ का फर्जी लोन महाघोटाला

भोपाल: सीबीआई ने 3700 करोड़ रुपए के 30 से ज्यादा बैंक धोखाधड़ी मामलों में गुरुवार को भोपाल के 2 और निवाड़ी के एक ठिकाने पर छापेमारी कर कार्यवाही की। सीबीआई ने छापे की यह कार्रवाई देश के अलग अलग 11 राज्यों में 100 से ज्यादा चुनिंदा जगहों पर की है। बैंकिंग फ्रॉड को लेकर देशभर में 30 FIR दर्ज हुई हैं।

भोपाल के दो बैंकों में 200 करोड़ का फर्जीवाड़ा-

बता दें कि भोपाल के दो बैंकों में 200 करोड़ का फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। बैंक ऑफ बड़ौदा में ज्योति पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड ने 196 करोड़ के फर्जी लोन मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक से फर्जी दस्तावेजों से लिए गए 4 करोड़ के लोन मामले में सीबीआई ने कार्रवाई की है।

बैंक ने की सीबीआई से फर्जीवाड़े की शिकायत-

तो वहीं सीबीआई सूत्रों के मुताबिक भोपाल के बैंक ऑफ बड़ौदा से ज्योति पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड के संचालक कमलेश और संजय नेमानी ने 196 करोड़ रुपए का लोन लिया था। इसके दस्तावेजों की जांच के बाद सीबीआई ने अहमदाबाद में 4 और राजकोट में 1 ठिकाने पर छापेमारी की है। वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक से सिद्धपाल सिंह भदौरिया की कंपनी ने प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 4 करोड़ का लोन लिया था। इंडियन ओवरसीज बैंक ने सीबीआई से इसकी शिकायत की थी।

शिकायतों के आधार पर जांच एजेंसी की छापेमारी-

इन शिकायतों के आधार पर जांच एजेंसी ने सिद्धपाल सिंह के भोपाल और निवाड़ी में पैतृक आवास पर छापेमारी की है। इसके साथ ही तत्कालीन बैंक मैनेजर सतीश चंद्र अग्रवाल के आवास की सर्चिंग किए जाने की बात सामने आ रही है। बता दें कि सीबीआई ने बैंक से की गई धोखाधड़ी की शिकायतों पर गुरुवार को देश भर के अलग अलग 11 राज्यों में छापेमार कार्यवाही की गई है। भोपाल में हुई कार्यवाही भी इसी का हिस्सा है।

पहले लोन लिया और बाद में हुआ एनपीए-
सीबीआई के मुताबिक कई कंपनियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंकों से करोड़ों रुपए का लोन लिया था, बाद में इन कंपनियों के खाते एनपीए हो गए। इस संबंध में आईओबी, यूबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, एसबीआई, आईडीबीआई, केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया आदि बैंक शामिल हैं। सीबीआई ने जिन शहरों में छापे मारे गए उनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, त्रिपुरा, हैदराबाद, जयपुर, श्रीगंगानगर, भोपाल, निवाड़ी, करनाल, अहमदाबाद, सूरत, राजकोट कानपुर, गाजियाबाद, मथुरा, नोएडा, आदि शामिल हैं।

क्या होता है एनपीए…?

एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) यानी की एनपीए बैंक का वह कर्ज है जो डूब गया है और जिसकी रिकवरी की उम्मीद न के बराबर हो उसे एनपीए कहा जाता है।

छापेमार कार्यवाही में डिजिटल दस्तावेज हुए बरामद-
सीबीआई के मुताबिक छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज और अलग अलग तरह कि सामग्री/डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं। सीबीआई ने बताया कि विभिन्न बैंकों से कई शिकायतें मिली हैं, जिसमें धोखाधड़ी, लोन डिफॉल्ट, ऋण/क्रेडिट सुविधा प्राप्त करते समय फर्मों द्वारा फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने के आरोप लगाए हैं।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...