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IAS,PCS की फैक्ट्री कहे जाने वाले Allahabad University का छोरा फिल्म जगत में मचाया धूम, जानिए कौन है प्रयागराज का यह शख्स

By: RNI Hindi Desk 
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IAS,PCS की फैक्ट्री कहे जाने वाले Allahabad University का छोरा फिल्म जगत में मचाया धूम, जानिए कौन है प्रयागराज का यह शख्स

रिपोर्ट: सत्यम दुबे

प्रयागराज: पूरब का ऑक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय देश को कई ऐसे अनमोल रत्न दिए हैं, जिसका कोई मोल किया ही नहीं जा सकता है। IAS और PCS की फैक्ट्री की उपाधि पाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय फिल्म जगत को भी एक ऐसा धरोहर दे दिया जो इस वक्त सुर्खियों में हैं। विश्वविद्यालय के शोध छात्र ध्रुव हर्ष ने न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय फलक पर अपनी अलग पहचान बना ली है। आपको बता दें कि युवा फिल्म निर्देशक ध्रुव ने साल 2017 में हर्षित और साल 2020 में डू आइ एग्जिस्ट: अ रिडल को निर्देशित किया था। अब डिज़्नी हॉटस्टार पर फ्री में देखी जा सकती है।

ध्रुव द्वारा निर्देशित फिल्म स्वप्न और मृत्यु या मृत्यु के बाद के जीवन का एक विस्तार में भारतीय व पाश्चात्य दर्शन को आधार बनाकर स्वप्न और मृत्यु या मृत्यु के बाद के जीवन का एक विस्तार है। इस फिल्म में फ्रांस के मशहूर दार्शनिक रेने डेकार्ट का प्रसिद्ध सिद्धांत ‘मैं सोच रहा हूं, इसलिए मैं हूं को दिखाया गया है। इस फिल्म की कहानी सिद्धार्थ और मारवी नाम के एक विवाहित जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है। इस फिल्म में सिद्धार्थ बुद्ध का प्रतीक है और पत्नी मारवी सुंदरता और भ्रम का प्रतीक है। दोनों के बीच गर्भधारण करने के मुद्दे पर विवाद होने के कारण सिद्धार्थ आत्महत्या कर लेता है। लेकिन मरने के बाद भी उसकी आत्मा मुक्त नहीं हो पाती।

इस फिल्म में आगे दिखाया गया है कि सिद्धार्थ की आत्मा शांति चाहती है परन्तु सांसारिक मायाजाल से नहीं निकल पाती है। इसके साथ ही सिद्धार्थ की आत्मा पत्नी मारवी के साथ बिताए पलों को संजोता है। फिल्म में आगे दिखाया गया है कि वह एक बौद्ध भिक्षु को स्वप्न में देखता है। जो उसे शारीरिक इच्छा और भ्रम से मुक्त करता है। वो बताता है कि ये दुनिया तुम्हारी नहीं है।

आपको बता दें इस फिल्म में मुख्य किरदार अनुराग सिन्हा, नैंसी ठक्कर और निशांत कर्की ने निभाया है। ध्रुव हर्ष ने इससे पहले दो लघु फिल्म ऑनरेबल मेंशन (2015) और शेक्सपियर के नाटक हेमलेट पर आधारित शार्ट फिल्म हृषत (2017) का निर्देशन किया है।

फिल्म निर्देशक हर्ष का गोंडा जिले के मनकापुर तहसील में हुआ। उन्होंने इविवि से अंग्रेजी साहित्य में परास्नातक करने के बाद साल 2017 में पीएचडी की। इसी बीच उनका रुझान फिल्म जगत की ओर मुड़ा। जैसे ही उनकी पीएचडी पूरी हुई वह मुंबई पहुंच गए। ध्रुव हर्ष ने इविवि दीक्षा समारोह में अपनी पीएचडी की डिग्री लेने से मना कर दिया था। उनका कहना था कि यह समारोह विवि के सांस्कृतिक और प्रशासनिक मूल्यों के खिलाफ आयोजित किया जा रहा है।

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