रिपोर्ट: नंदनी तोदी
पीलीभीत: केंद्र के कृषि कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। वहीं, 26 जनवरी को दिल्ली के लाल क़िले में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर देश दुनिया से लोग सामने आ रहें हैं, लकिन कई ऐसे भी है जो किसानों की आड़ में भारत का मज़ाक बना रहें है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक किसान परिवार पर भारत के झंडे का अपमान करने का आरोप लगा है।
बात ये है कि सेरामऊ के गांव बारी बुझिया के रहने वाला 30 साल का बलजिंद्र अपने साथियों के साथ 23 जनवरी को किसान आंदोलन में शामिल होने ग़ाज़ीपुर बॉर्डर गया था। परिवार के मुताबिक उनकी आखिरी बार 24 जनवरी को बलजिंद्र से बात हुई थी। लेकिन इसके बाद परिवार का कोई संपर्क नहीं हुआ जिसके चलते परिजनों ने उसके साथियों से बात की तो पता चला कि बलजिंद्र लापता है।
पुलिस को सूचना मिलते ही फ़ोन ट्रैक किया गया तो पता चला कि वह कूड़ा बीनने वाले के पास निकला। आसपास के लोगों से बातचीत के बाद लोगो ने बताया कि बलजिंद्र नशे में लग रहा था। और कुछ देर बाद उसकी बॉडी सड़क पर ही मिली।
परिवार को सूचना मिलते ही बुधवार को परिवार ने युवक का अंतिम संस्कार किया और उसकी बॉडी को तिरंगे से ढंककर श्मशान घाट तक ले गए। जिसके बाद पुलिस ने मां और भाई के खिलाफ इस मामले में केस दर्ज किया है।
आपको बता दें, ऐसा करना सख्त मना है। बता दें, फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के मुताबिक देश के लिए जान देने वाले शहीदों और महान विभूतियों के शव को ही तिरंगे में लपेटा जाता है।