रिपोर्ट: नंदनी तोदी
देहरादून: उत्तराखंड में बीते कई दिनों से सियासत तेज़ है, जहा पहले सीएम की कुर्सी के लिए थी, तो वही अब सल्ट उपचुनाव के लिए हो रही है। इसी को लेकर बीजेपी ने सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए कैंडिडेट की घोषणा कर दी है।
दरअसल, इस बार होने वाले सल्ट उपचुनाव बेहद गंभीर है। ऐसा इसलिए क्योंकि 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले है। साथ ही नवनियुक्त सीएम तीरथ सिंह रावत का येटेस्ट भी है। अगर बीजेपी उपचुनाव जीत जाती है, तो भाजपा के लिए बड़ी कामयाबी है और अगर हारी तो सरकार के लिए एक बड़ा झटका होगा।
आपको बता दें, सल्ट उपचुनाव में महेश जीना को कैंडिडेट बनाया गया है। महेश जीना दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के बड़े भाई है और उनके निधन के बाद उनकी कुर्सी पर उनके भाई को भाजपा ने सीट दी है। अब जीना 30 मार्च को नोमिनेशन फाइल करेंगे।
बता दें, बीजेपी ने सहानुभुति कार्ड का तीसरी बार इस्तेमाल किया है। इससे पहले बीजेपी विधायक मगन लाल शाह के निधन पर उनकी पत्नी मुन्नी देवी शाह और मंत्री प्रकाश पंत के निधन पर उनकी पत्नी चंद्रा पंत को चुनाव लड़वा चुकी है।
आपको बता दें, इस साल कोरोना के चलते वोटर्स के लिए एक घंटे का टाइम बढ़ा दिया गया है। चीफ इलेक्शन ऑफिसर सौजन्या के अनुसार ऐसा कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने में लगने वाले समय को देखते हुए किया गया है। सौजन्या के अनुसार इलेक्शन कमीशन की अपनी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक वोटर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ ही मास्क और हैंड सैनेटाइजर का प्रयोग करने की अपील की गई है।
चीफ इलेक्शन ऑफिसर के अनुसार कोरोना काल में आयोग के पास बिहार चुनाव कराने का तजुर्बा है। इसलिए यहां भी चुनाव कराने में कोई दिक्कत नहीं होगी।