इस महीनें चुनावों की शुरुआत भले ही बिहार में हो रही है लेकिन सियासी पारा बंगाल में गर्म हो रहा है। दरअसल बंगाल में भले ही अगले साल मार्च अप्रैल में चुनाव है लेकिन बीजेपी अभी से एक्टिव हो गई है। बीजेपी बंगाल जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है और इस कड़ी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल के दौरे पर है।
कल उन्होंने सीएए को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा की अप्रैल में आप हमारी सरकार बनाइये और जल्द ही नागरिकता बिल राज्य में लागू किया जाएगा। हिंदुत्व और सीएए जैसे मसलों को बीजेपी आगे लेकर चल रही है और इसकी नजर लेफ्ट में वोट बैंक पर है जो अब दूसरी और देख रहा है।
वही ममता बनर्जी की पार्टी भी हिंसा जैसे आरोपों से घिरी हुई है ऐसे में बीजेपी को बंगाल से बड़ी उम्मीद है। जेपी नड्डा के द्वारा दिए गए इस बयान पर अब टीएमसी सांसद ने पलटवार किया है। टीएमसी की ओर से महुआ मोइत्रा ने नागरिकता कानून लागू करने की बात पर जवाब दिया है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, जेपी नड्डा कह रहे हैं कि सीएए जल्द ही लागू किया जाएगा. बीजेपी सुन ले, हम आपको कागज़ दिखाने से पहले ही दरवाज़ा दिखा देंगे। आपको बता दे कि कल जेपी नड्डा ने ममता सरकार के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए है।
उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं की हो रही ह्त्या पर भी ममता सरकार को जमकर घेरा, उन्होंने कहा की टीएमसी के इस आतंक के खिलाफ बीजेपी की लड़ाई जारी रहने वाली है। उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल में ममता सरकार द्वारा की जा रही हिंसा और पुलिस के राजनीतिकरण का विरोध भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता करेगा और आने वाले चुनाव में जनता ममता बनर्जी के कुशासन का जवाब देकर भाजपा की सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा, जहां दूसरी पार्टियों की नीति- भेद डालो, समाज को बांटो, अलग-अलग करके रखो, अलग-अलग मांग करो और राज करो वहीं भाजपा और आदरणीय प्रधानमंत्री जी की मूल नीति- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास है और हम इसे पूरा करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि को बंगाल में लागू नहीं होने दिया। बंगाल के 76 लाख किसानों को इसके लाभ से वंचित रखा गया। अब आपका जिम्मा बनता है कि अप्रैल में आप भाजपा की सरकार लाइए, एक महीने में हम आपको किसान सम्मान निधि लेकर देंगे।
उन्होंने कहा, आपने देखा होगा कि हिन्दू समाज के प्रति कितना आघात ममता जी ने इतने समय तक रखा। अब जब समझ में आ गया तो हर समाज को जोड़ने के लिए फुसलाने का प्रयास हो रहा है। ये वो लोग हैं जो केवल वोटबैंक की राजनीति करते हैं, सिर्फ सत्ता में रहने के लिए राजनीति करते हैं, सेवा करने के लिए नहीं करते।