बिहार चुनाव के पहले चरण का मतदान होने में अब बस कुछ ही दिन बाकी है और ऐसे में माहौल सियासी हो गया है। एक तरफ बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन है वहीं दूसरी और कांग्रेस और आरजेडी इस बार मैदान में है। वहीं चिराग पासवान ने अपने रास्ते एनडीए से अलग कर लिए है और 143 सीट पर अपने उम्मीदवार उतार दिए है।
आज बिहार में एक तरफ पीएम मोदी सियासी जमीन तैयार करने में जुटे है वहीं दूसरी और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी से ट्विटर पर कुछ सवाल पूछे है ! उन्होंने नीतीश कुमार के पिछले 15 साल के सियासी सफर को नाकाम बताया और पीएम मोदी पर भी वादे पुरे नहीं करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने पूछा –
पिछले चुनाव में 500 करोड़ की लागत से भागलपुर में केंद्रीय यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा कर वाहवाही तो खूब लूटी, पर भागलपुर की केंद्रीय यूनिवर्सिटी की एक भी ईंट क्यों नहीं लगी ?
2015 में मोदी जी की घोषणा के अनुसार 1550 करोड़ से बिहार में बनने वाली ‘स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी’ कहां खो गई ?
बिहार में बिजली उत्पादन को लेकर आपने झूठ क्यों बोला ? बक्सर के चौसा में दस हजार करोड़ की लागत से बनने वाले 1300 मेगावॉट थर्मल पॉवर प्लांट का क्या हुआ ?
मोदी जी द्वारा घोषणा की गई 1500 करोड़ रु. की लागत से बनने वाली पटना की सिक्स-लेन रिंग रोड कहां गुम हो गई? पाँच साल में पाँच इँच का भी निर्माण क्यों नही हुआ ?
गंगा मैया पर मनिहारी से झारखंड में साहिदगंज को जोड़ने वाले 2000 करोड़ के पुल की घोषणा कर मोदी जी ने वाहवाही तो खूब लूटी पर इस योजना को ही खत्म क्यों कर दिया गया? बिहार के लोग भूल नही सकते,पूछ रहे हैं ?
गंगा मैया के ऊपर ‘विक्रमशिला पुल के बराबर’ 2000 करोड़ रु. की लागत से बनने वाले पुल की एक ईंट भी क्यों नहीं लगी? गंगा मैया के ऊपर ‘एमजी पुल’ के समानांतर 3000 करोड़ की लागत से बनने वाले फोर-लेन पुल का निर्माण कहां गुम हो गया ?
4000 करोड़ रु. की लागत से बनने वाले बिहार में पड़ने वाले श्री राम-जानकी मार्ग तथा उत्तर प्रदेश सीमा से सिवान-मधुबनी-सीतामढ़ी-भारत नेपाल सीमा तक बनने वाली चार लेन सड़क का क्या हुआ ?
मोदी जी की घोषणा के मुताबिक ₹ 5,000 करोड़ की लागत से बनने वाले कोसी पुल तथा उचैत भगवती स्थान से मेसी-तरास्थन को जोड़ने वाले 5000 करोड़ की सड़क कहां खो गई ?
मोदी सरकार ने ‘सियाराम’ को धोखा क्यों दिया? मोदी जी द्वारा घोषणा किए गए बिहार में रामायण सर्किट के 100 करोड़ रु. कहां गुम हो गए ?
सीता मैया को लेकर मोदी सरकार की बेरुखी क्यों ? सीतामढ़ी के पुरोना में माता सीता के ‘प्राकट्य स्थल परिसर’ में भगवान राम-माता सीता के जीवन पर बनने वाले संग्रहालय से मोदी सरकार ने इंकार क्यों कर दिया ?