टेलीविजन रेटिंग पॉइंट को लेकर किये गए मुंबई पुलिस के खुलासे के बाद टीवी जगत में हड़कंप मच गया है। हाल ही में मुंबई पुलिस ने टीआरपी स्कैम का खुलासा किया था। इस स्कैम में रिपब्लिक टीवी नेटवर्क सहित दो अन्य छोटे चैनलों का नाम सामने आया था।
मुंबई पुलिस की और से ये दावा किया गया की तीन चैनलों की रेटिंग से छेड़छाड़ करने और ऐड रेवेन्यू कमाने के लिए फर्जी नैरेटिव बनाया गया है।
इस पुरे मामले में रिपब्लिक टीवी के अलावा इनमें एक फ़क्त मराठी और एक बॉक्स सिनेमा का नाम आया है और इसके अलावा दो टीवी चैनलों के मालिकों को गिरफ्तार किया गया है और रिपब्लिक के डायरेक्टर और प्रमोटरों के खिलाफ जांच हो रही है।
मुंबई पुलिस के आरोपों के बाद से ही रिपब्लिक नेटवर्क ने इससे खारिज किया है और ये भी कहा कि जानबूझकर उसे निशाना बनाया जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसने सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच को लेकर लगातार मुंबई पुलिस पर सवाल उठाए।
मुंबई पुलिस रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खनचंदानी से पूछताछ की थी। साथ ही रिपब्लिक टीवी के कार्यकारी संपादक निरंजन नारायणस्वामी और वरिष्ठ कार्यकारी संपादक अभिषेक कपूर फर्जी टीआरपी मामले में अपने बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस के समक्ष पेश हुए थे।
वहीं अब बार्क ने बड़ा निर्णय लिया है। दरअसल अगले तीन महीनों के लिए टीवी चैनलों की साप्ताहिक रेटिंग पर रोक लगा दी गई है। बार्क ने बताया है की सभी न्यूज चैनलों की साप्ताहिक रेटिंग पब्लिशिंग रोकी जा रही है और इस प्रक्रिया में 8 से 12 हफ्ते लग सकते हैं। सिस्टम की टेस्टिंक को BARC की टेक कॉम. देख रही है।