मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर 2018 में कथित रूप से इंटीरियर डिजाइनर को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप है।
2018 में अलीबाग में 53 साल के एक इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नायक ने रिपब्लिक टीवी से उसका भुगतान नहीं मिलने के चलते आत्महत्या कर ली थी।
सुसाइड नोट में कहा गया था कि अरनब और दो अन्य ने उनके 5.40 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया था, इसलिए उन्हें आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा।
Arnab Goswami’s bail application is before the court. I urge the Maharashtra Government and Police to treat him with dignity till the judges decide. No injustice be done to him while he is in custody @OfficeofUT @CMOMaharashtra
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) November 8, 2020
बता दें कि 2018 में, अलीबाग पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था, लेकिन इस मामले में कोई सबूत नहीं मिलने के चलते 2019 में इस मामले को रायगढ़ पुलिस ने बंद कर दिया था।
इसी बीच इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा का भी एक बड़ा बयान सामने आया है। बता दें कि रजत शर्मा निजी टेलिविजन न्यूज चैनल्स का प्रतिनिधित्व करने वाले समूह ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन’ के प्रेजिडेंट भी हैं।
I condemn the sudden arrest of Arnab Goswami in an abetment to suicide case. While I don’t agree with his style of studio trial, I also don’t approve of misuse of state power to harass a journalist. A media Editor cannot be treated in this manner @PrakashJavdekar
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) November 4, 2020
रजत शर्मा ने अपने ट्वीट के जरिए महाराष्ट्र सरकार और यहां के पुलिस प्रशासन से अपील की है अरनब गोस्वामी की जमानत कोर्ट में विचाराधीन है, लिहाजा जबतक न्यायधीषों का कोई फैसला न आए, उनका सम्मान किया जाए और हिरासत में रहते हुए उनके साथ कोई अन्याय न किया जाए।
वहीं इससे पहले रजत शर्मा ने अरनब गोस्वामी की अचानक की गई गिरफ्तारी की भी निंदा की थी और कहा था कि वे किसी भी पत्रकार के खिलाफ राज्य की शक्तियों का दुरुपयोग को स्वीकार नहीं करते हैं। उन्होंने कहा था कि मीडिया एडिटर के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता।