भदोही की प्रसिद्ध पूरा कानून गोयान प्रयागदासपुर राधास्वामी धाम कें रामलीला मैदान में असत्य पर जीत के प्रतीक दशानन रावण का दहन किया गया।
146 साल से अधिक समय से प्रयागदासपुर में अनवरत हर साल असत्य पर सत्य की जीत का यह पर्व बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है।
प्रयागदासपुर में रामलीला मैदान में मंचन होता है और आज के दिन रावण वध का मंचन किया जाता है। राम और रावण के बीच भीषण युद्ध होता है।
विभीषण जब भगवान राम को रावण की नाभि में अमृत होने की बात बताते हैं, तब भगवान राम रावण का वध करते हैं, जिसके बाद 40 फीट के रावण के पुतले का दहन किया जाता है।
रावण दहन को देखने हजारो लोग आये थे। खास बात यह है की जिले के गंगा तट सीता समाहित स्थल पर बाल्मीकि आश्रम में सीता जी ने अपने दूसरे वनवास के दिन काटे थे।
यहीं लव कुश को जन्म देने के बाद भूमि में समाहित हुई थी। इसलिए जिले में यह पर्व बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है।