{ बहराइच से मनीष जी की रिपोर्ट }
जनपद बहराइच में बेमौसम हुई बरसात और ओलावृष्टि की वजह से किसानों के खेतों में लगी गेहूं की और सरसों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी है, यही नहीं जिन आपके पैरों पर फूल आ चुके थे वह भी पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं।
ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों की जिंदगी को तबाह कर दिया है अब किसानों को बर्बाद फसलों को देखकर भविष्य की चिंता सताने लगी है, आपको बता दें कि समूचे उत्तर प्रदेश में भयानक बारिश के साथ बड़े पैमाने पर ओलावृष्टि हो रही है जिसकी वजह से खेत में खड़ी गेहूं की फसल सरसों की फसल अरहर की फसल मटर की फसल चने की फसल बर्बाद होती चली जा रही है।
बरसात के साथ तेज हवाओं की वजह से गेहूं की फसल बर्बादी की कगार पर पहुंच चुकी है मार्च और अप्रैल के महीने में किसान दलहन और तिलहन को खलिहान में इकट्ठा करने के बाद घरों में सरसों का रास्ता था लेकिन इस बार जनवरी से ही शुरू हुई बारिश ने किसानों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
अब किसानों के सामने भुखमरी के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है खेतों में बर्बाद हो चुकी फसलों को देखने के बाद किसान पछाड़ खाकर गिर रहे है फसलों को देखकर किसान मायूस हो चुके हैं अब किसानों को यह चिंता सताने लगी हैं कि जिन फसलों को बेचकर वह नई बीज का प्रबंध करते थे वह व्यवस्थाएं कैसे सुदृढ़ होंगी।
जहां तक फसलों की बर्बादी की बात करें तो जनपद बहराइच में हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो चुकी है वही किसान अब सिर पर हाथ रखे किस्मत को कोस रहे हैं।