नई दिल्ली : अक्सर विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। राजभर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के DNA वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि BJP नेताओं ने अपनी बहन बेटियों की शादी मुसलमानों से करवाई है, इसलिए उनका DNA तो एक होगा ही। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही संघ प्रमुख ने कहा था कि सभी भारतीयों का DNA एक है, भले ही वे किसी भी धर्म के क्यों न हों।
BJP वाले हिंदू-मुसलमान करते हैं
सोमवार को वाराणसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजभर ने कहा कि, ‘BJP में जितने भी बड़े नेता हैं उन्होंने अपनी बहन या बेटी की शादी किसी न किसी मुसलमान के साथ ही की है। इसलिए उनका DNA तो एक ही होगा।
भाजपा के लोग गरीब, कमजोर और पिछड़ों और हिंदू-मुसलमान को आपस में लड़ाकर दंगा कराते हैं। बाकी इनके नेताओं के व्यक्तिगत संबंध मुसलमानों से अच्छे हैं। इन लोगों का चाल और चरित्र जनता भी अब समझ गई है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मोहन भागवत के बयान पर उनको सही जवाब दिया है और मैं भी उसे सही मानता हूं’।
दक्षिण भारत में जुबान बंद हो जाती है
राजभर ने कहा कि उत्तर भारत में BJP के लोग गोरक्षा की बात करते हैं जबकि दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर में गाय के मांस की बिक्री के सवाल पर उनकी जुबान बंद हो जाती है। यह लोग (BJP) ऐसे हैं कि भगवान राम के नाम का राग अलापते हैं और अयोध्या में उन्हीं के नाम के सहारे लूटपाट बचाए हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि BJP लूटपाट इसलिए कर रही है ताकि अपने कार्यालय बनवा सके और उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनाव में पानी की तरह पैसा बहा सकें। BJP भारतीय जुमला पार्टी है। इसके नेता ड्रामा करते हैं और जनता को धोखे में रख कर सिर्फ अपना उल्लू सीधा करते हैं।
मुसलमानों को अपने हक की लड़ाई के लिए एकजुट होना होगा
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि गोकशी करने वालों में सबसे ज्यादा लोग बीजेपी से जुड़े हैं। यह लोग सिर्फ भ्रम फैलाते हैं और निशाना मुसलमानों पर साधते हैं। मुसलमानों को अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट होना होगा। एकजुटता के साथ किसी भी दल के साथ खड़े हों और भाजपा को हरा कर दिखाएं। आज देश में ईडी, सीबीआई, आरबीआई और सब प्रमुख जगहों पर गुजरात के लोगों ने कब्जा कर लिया है। इसकी बड़ी कीमत प्रदेश और देश के लोगों को चुकानी पड़ेगी। जनता से यही आह्वान है कि वो बीजेपी के हिंदू-मुसलमान के झगड़ें के झांसे में न आए। यह देश सभी लोगों का था, है और रहेगा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने क्या कहा था ?
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि सभी भारतीयों का DNA एक है, भले ही वे किसी भी धर्म के क्यों न हों। उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता की बातें भी भ्रामक हैं, क्योंकि ये दोनों अलग नहीं, बल्कि एक हैं। लोगों के बीच पूजा पद्धति के आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता है। उन्होंने मॉब लिंचिंग करने वालों के बारे में कहा कि ऐसे लोग हिंदुत्व के खिलाफ हैं।
भागवत ने कहा था कि ये सिद्ध हो चुका है कि हम पिछले 40 हजार साल से एक पूर्वजों के वंशज हैं। इसमें एकजुट होने जैसी कोई बात नहीं है, सभी लोग पहले से ही एक साथ हैं। भागवत का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब यूपी से लगातार जबरन धर्मांतरण की खबरें आ रहीं हैं। योगी सरकार ने भी धर्मांतरण को लेकर सख्ती शुरू कर दी है।
मायावती ने भी संघ प्रमुख को लिया आड़े हाथों
BSP प्रमुख मायावती ने भी संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत का धर्म को लेकर दिया गया बयान मुंह में राम और बगल में छुरी जैसा है। इनके बयान पर कोई भी विश्वास नहीं करेगा। मायावती ने धर्मांतरण के मुद्दे पर भी खुलकर अपना पक्ष रखा। कहा कि जबरन और लालच देकर धर्मांतरण कराना गलत है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मायावती ने कहा, ‘RSS प्रमुख का कल दिया गया बयान लोगों को अविश्वसनीय लगता है। जब तक RSS और BJP एंड कंपनी और इनकी सरकारों की संकीर्ण सोच और कार्यशैली में सर्व समाज हितैषी सामाजिक परिवर्तन नहीं आएगा, तब तक इनकी बातों पर मुस्लिम समाज द्वारा विश्वास करना मुश्किल लगता है।’