दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार रात छात्रों पर नकाबपोशों के हमले के बाद कई छात्र-छात्राएं और अध्यापक घायल हो गए हैं। जेएनयू हिंसा को लेकर देशभर में उबाल है और हर किसी का इसपर बयान आ रहा है।
बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर ने इस हिंसा की निंदा करते हुए कहा है कि, यह काफी दुखद और चौंकाने वाला था जो मैंने देखा, यह बहुत परेशान करने वाला था। मैं पूरी रात उसके बारे में सोचते हुए सो नहीं सका। हिंसा से हमें कुछ हासिल होने वाला नहीं है और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
बताते चलें कि, JNU में पिछले कुछ दिनों में फीस बढ़ोतरी का मुद्दा गर्माया हुआ है। रविवार रात कुछ नकाबपोश बदमाशों ने छात्रों और शिक्षकों को बुरी तरह पीट दिया था और कैंपस में तोड़फोड़ की थी। इस मामले में जेएनयू के वामपंथी छात्र संगठन और आरएसएस समर्थित ABVP एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
दोनों ही गुट खुद को पीड़ित बता रहे हैं। हालांकि किसी भी एक गुट के हत्थे कोई भी ऐसा नकाबपोश नहीं चढ़ा है जो हिंसा में शामिल रहा हो। वहीं नेताओं का कहना है कि वह पिटाई के बीच भागने में शामिल थे और उन्होंने आरोपी को पकड़ने के बजाए खुद को बचाने में तेजी दिखाई है।
सवाल ये उठता है कि आखिर ये नकाबपोश कौन थे, कहां से आए थे और इनका मकसद क्या था। हलांकि पुलिस अब इसकी जांच में जुट गई है और कई शिकायतों के बाद इस पूरे मामले की एफआईआर दर्ज कर ली है।
दूसरी तरफ नकाबपोशों को पहचानने की कोशिश की जा रही है। इस घटना के बाद पुलिस रात में इलाके में फ्लैग मार्च करके हालात पर काबू पाने की कोशिश की। इस पूरे घटना की जांच जॉइंट सीपी वेस्टर्न रेंज शालिनी सिंह को सौंप दी गई है, जिससे जांच की निष्पक्षता बनीं रहे।