दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने कमर कस ली है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने राज्य के आठ जिलों के डीएम को वायु गुणवत्ता पर सख्त नजर रखने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
ये जिले रहेंगे निगरानी में
मेरठ, गाजियाबाद, शामली, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, बागपत और गौतमबुद्धनगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पर सख्त मॉनिटरिंग की जाएगी।
मुख्य सचिव के निर्देश
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का पालन
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, AQI 449 होते ही GRAP-4 के प्रावधान लागू किए जाएं।
450+ AQI का इंतजार किए बिना सख्त कदम उठाए जाएं।
सड़क और निर्माण कार्य
1.रोजाना सड़कों की सफाई सुनिश्चित करें।
2.सॉलिड वेस्ट तुरंत हटाया जाए।
3.पानी के छिड़काव और फॉग मशीन का नियमित उपयोग हो।
4.सभी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
पराली जलाने की घटनाएं
जिन क्षेत्रों में पराली जलने की घटनाएं अधिक हैं, वहां जागरूकता अभियान चलाया जाए। निर्देशों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
अन्य जरूरी कदम
आलू उत्पादन वाले क्षेत्रों में डीएपी की मांग को देखते हुए तस्करी और कालाबाजारी पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
रैन बसेरा की व्यवस्था
ठंड के बढ़ते असर को देखते हुए जिलों में रैन बसेरा बनाने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करें।
सड़क यातायात प्रबंधन
कोहरे के कारण सड़क यातायात में अव्यवस्था न हो, इसके लिए ट्रैफिक जाम करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
बैठक में शामिल वरिष्ठ अधिकारी
मुख्य सचिव के साथ डीजीपी प्रशांत कुमार, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस. गर्ग, अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि रवींद्र, और प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।