1. हिन्दी समाचार
  2. Breaking News
  3. बच्चे के जन्म के बाद यहां के लोग खा जाते है मां का गर्भनाल, वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे

बच्चे के जन्म के बाद यहां के लोग खा जाते है मां का गर्भनाल, वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे

By: Amit ranjan 
Updated:
बच्चे के जन्म के बाद यहां के लोग खा जाते है मां का गर्भनाल, वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे

नई दिल्ली : अक्सर बच्चे के जन्म के बाद जहां घरों में उत्सव मनाया जाता है, वहीं आस-पड़ोस भी खुशी से झूम उठता है। इस दौरान बच्चे और बच्चे की मां को पोषक तत्व देने के लिए कई तरह के औषधीय जड़ी-बूटी और पौष्टिक भोजन खाने को दिया जाता है। लेकिन विश्व में एक ऐसा देश है, जहां बच्चे के जन्म के बाद लोग मां की गर्भनाल को खा जाते है। वहीं कई बार खुद मां अपने गर्भनाल खो जाती है।

आपको बता दें कि वह देश है चीन। चीन वहीं देश हैं जहां से कोरोना महामारी फैलने का दावा किया जा रहा है। यहां के लोग समुद्री जीवों को खाते है और वैज्ञानिक वायरस का इजाद करते है। इसके अलावा चीन में एक अजीबों-गरीब परंपरा भी मनाया जाता है, जिसमें बच्चे के जन्म के बाद लोग मां की गर्भनाल ही (Placenta eating) खा जाते हैं।

चीन में इसे प्लेसेंटोफैगी (Placentophagy) कहा जाता है। लोगों का यह मानना ​​है कि प्लेसेंटा (Placenta) में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं, जिसकी वजह से वह इसे खाते हैं। कई बार तो ऐसा भी देखा गया है जब बच्चे के जन्म लेते ही खुद मां ही अपनी गर्भनाल को खा जाती है।

यही नहीं, कई बार अस्पताल से इसकी चोरी भी हो जाती है, जो कि बाहर ले जाकर ऊंची कीमत पर बेची जाती है। चीन में प्लेसेंटा को दवाओं की तरह भारी कीमत पर बेचा जाता है। साथ ही इसे सुखाने के बाद औषधि की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है और कई लोग तो इसका सूप बनाकर भी पीते हैं।

कहा जाता है गर्भनाल खाने से महिलाओं को बच्चा पैदा करने के बाद तनाव महसूस नहीं होता। साथ ही यह उन्हें जवान दिखाने में कारगर है। वहीं यह भी कहा जाता है कि पुरुषों के लिए यह नपुंसकता का इलाज है। जानकारी के अनुसार चीन में इसे 1500 साल से खाया जा रहा है। हालांकि, अभी तक किसी चिकित्सक ने इसके फायदों को लेकर किए गए दावों की पुष्टि नहीं की है।

हालांकि टेक्सास यूनिवर्सिटी अस्पताल के डॉक्टर्स ने इसे खाने के नुकसानों के बारे में जरूर बताया है। उनका मानना है कि इसमें वायरस हो सकते हैं। प्लेसेंटा मां से बच्चे तक पोषण फिल्टर कर पहुंचाती है। इसलिए इसमें खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस छिपे हो सकते हैं, जिसे खाने से बीमारियां हो सकती हैं।

गौरतलब है कि प्लेसेंटा खाने के बारे में 2016 में सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने एक शोध किया था, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे। यह शोध एक ऐसी मां पर किया गया था जिसके बच्चे के खून में गंभीर संक्रमण पहले से मौजूद था। इसमें सामने आया था कि बच्चे के साथ ऐसा तब हुआ जब मां बच्चे के जन्म के बाद रोजाना प्लेसेंटा से बना कैप्सूल खा रही थी, उस दौरान वह बच्चे को दूध पिलाती थी और इसी वजह से संक्रमण बच्चे तक पहुंच गया।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...