मेरठ: आने वाले जिला पंचायत चुनाव की तैयारी और पार्टी के नए सदस्यों को शपथ दिलाने के लिए मेरठ पहुंचे आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने हाथरस कांड से लेकर बाराबंकी कांड तक पर सवाल उठाते हुए जहां प्रदेश सरकार को दुष्कर्मियों का साथी बताया। वहीं कोविड महामारी के दौरान मेडिकल इक्विपमेंट्स की खरीद-फरोख्त में प्रदेश सरकार पर दलाली खाए जाने का आरोप लगाते हुए यूपी की सरकार को श्मशान घाट में भी दलाली खाने वाला बताया।
दरअसल, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह आने वाले जिला पंचायत चुनाव की तैयारियों की समीक्षा और आम आदमी पार्टी से जुड़ने वाले कुछ सदस्यों को शपथ दिलाने के लिए मेरठ पहुंचे थे। जहां चेंबर ऑफ कॉमर्स में पत्रकार वार्ता करते हुए आप सांसद संजय सिंह प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी सरकार जातिवादी मानसिकता के तहत काम कर रही है। जिसका नतीजा यह है कि जहां हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने गए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। वहीं, पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की नाक तले दुष्कर्म के आरोपियों के परिजनों ने रैली निकाली। मगर प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं की।
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने हाथरस सहित प्रतापगढ़, गोरखपुर, और चित्रकूट के साथ ही हाल ही में हुए बाराबंकी कांड को लेकर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में जंगलराज कायम है। सरकार अपराधियों से निपटने के स्थान पर दुष्कर्मियों का साथ दे रही है।
राज्यसभा सांसद ने हाथरस कांड की पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार रात में किए जाने को लेकर प्रदेश सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्होंने सवाल उठाया कि जब भारत जैसे देश में युद्ध के दौरान मारे गए दुश्मन देश के सैनिकों के शव भी उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिए जाते हैं। ऐसे हालात में यूपी सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी जो हाथरस के पीड़ितों को उनकी बेटी का अंतिम संस्कार करना भी नसीब ना हुआ।
देश की खराब अर्थव्यवस्था के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए राज्यसभा सांसद ने नीचे जा रही जीडीपी को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने देश के सभी नागरिकों के खाते में 10-10 हजार की रकम भेजे जाने की मांग की। हाल ही में पास किए गए कृषि बिल का विरोध करते हुए उन्होंने इसे काला कानून बताया। इसी के साथ आरोप लगाया कि सरकार ने इस बिल में जमाखोरों को जमाखोरी की पूरी तरह छूट दे दी है।
जिसका आम आदमी पार्टी शुरू से ही विरोध कर रही है। राज्यसभा सांसद ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार में दलित से लेकर ब्राह्मण और व्यापारी से लेकर किसान तक सभी का जमकर शोषण किया जा रहा है। इसी के साथ नए-नए बिल पास करके पूंजीपतियों और उद्योगपतियों की तिजोरी भरी जा रही हैं।
उन्होंने यूपी की योगी सरकार को हर मुद्दे पर फेल बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए इस्तीफा दिए जाने की मांग उठाई।