रिपोर्ट: सत्यम दुबे
हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसके जानकर आप अपने ऑशू नहीं रोक पायेंगे। यहां तालाब में नहाने गये पांच बच्चों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। बच्चों की उम्र 12 से 13 साल की है। पांचों बच्चों की आपस में दोस्ती थी। इन बच्चों की दोस्ती का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि एक-दूसरे को बचाने के लिए पांचों बच्चे तालाब में बारी-बारी से कूद पड़े। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। पांचों में ना तो वह एक दूसरे को बचा सके और ना ही खुद को।
हादसे की जानकारी होते ही इलाके में हड़कंप मच गया। बच्चों के घरवालों के चीख पुकार से पूरे गांव में मातम पसर गया। बच्चों के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। आपको बता दें कि दर्दनाक हादसा मंगलवार को हजारीबाग जिले के कटकमसांडी थाना क्षेत्र में हुआ, जहां चार अलग-अलग घरों के पांच बच्चे गदोखर गांव के तलाब में नहाने के लिए गये थे। इन पांचो में तीन लड़कियां और एक लड़का शामिल हैं।
आपको बता दें कि सबसे पहले 10 साल का बच्चा रीशु कुमार डूबने लगा। रीशु को बचाने के लिए साथ गये चारों बच्चे तालाब में कूदे, वह रीशु को बचा तो नही पाये, और खुद भी डूब गये। तालाब में डूबे मासूम बच्चों की पहचान 11 साल की दुर्गा कुमारी, 13 साल की निकिता कुमारी, 12 साल की रिया कुमारी व 10 साल का रिशु कुमार और 13 साल की काजल कुमारी के रुप में हुई है। रिया और रीशु दोनो सगे भाई-बहन थे।
बच्चों का डूबते देख लोगों ने शोर मचाना शुरू किया, देखते ही देखते पूरा गांव तलाब किनारे जमा हो गया। कई लोगों ने छलांग तो लगा दी, लेकिन उनके हाथ सिर्फ मासूमों के शव लगे। आनन-फानन में सभी को पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन पहुंचते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
एक साथ पांच बच्चों की मौत से पूरा गांव दहशत में है, कई घरों में शाम को चूल्हे नही चले। वही बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहां की स्थिति का अंदाजा आप इसी ले लगा सकते हैं कि जिन डॉक्टरों ने बच्चों का पोस्टमार्डम किया, उनकी ऑखें भी गीली हो गई। सांत्वना देने के लिए पहुंचे पुलिस अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधि तक की इस हृदय विदारक घटना से आंखें गीली हो गई।
आपको बता दें कि जब इन बच्चों की अर्थी बनाई जा रही थी, बच्चों के शवों की गठरी बनाई गई तो परिजनों के रुदन और चित्कार से पूरा गांव कांप उठा। जिस किसी ने इस अंतिम यात्रा को देखा वह उसमें रोते हुए बिना कुछ बोले पीछे-पीछे चल दिया। हृदय विदारक घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्य सचिव को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि दुख की घड़ी में सरकार पीड़ित परिजनों के साथ है।