रिपोर्ट: अनुज त्यागी/ सत्यम दुबे
गोंडा: यूपी के गोंडा जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे जानकर आप भी दंग रह जायेंगे। यहां के स्वास्थ्य विभाग में कई डॉक्टरों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (ACMO) डॉ अजय प्रताप सिंह की मानें तो जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। यही कारण है कि इकनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है।
आपको बता दें कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजय प्रताप सिंह के इस्तीफा देने के बाद सभी 16 CHC अधीक्षकों ने भी अपने पदों से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। एक साथ इतने सारे डॉक्टरों के इस्तीफे से गोंडा जिले में हड़कंप मच गया है।
आपको बता दें कि डॉक्टरों ने DM मार्कण्डेय शाही पर गंभीर आरोप लगाया है। CMO और यूपी के स्वास्थ्य मंत्री को भेजे गए इस्तीफे में अधीक्षकों ने डीएम पर समीक्षा बैठकों में अमर्यादित भाषा प्रयोग करने का आरोप लगाया है। डॉक्टरों ने कहा है कि निरीक्षण बैठकों के दौरान डीएम ने उनके लिए जमूरा, निकम्मा और कामचोर जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। इस्तीफा पत्र में अधीक्षकों ने कहा कि डीएम के व्यवहार से वो आहत हुए हैं।
इसके साथ ही डॉक्टरों ने इस्तीफे में कहा है कि 6 जुलाई को हुई समीक्षा बैठक के दौरान ACMO ने मेडिकल किट और दवाइयों का ब्योरा मांगा था, लेकिन जिलाधिकारी ने उन्हें डांटकर चुप करा दिया और कहा, “आप हिसाब मांगने वाले कौन होते हैं।”
सभी अधीक्षकों का कहना है कि, “कोरोना योद्धा के तौर पर सम्मानित होने की बजाय जिलाधिकारी का ऐसा बर्ताव उन शहीद हुए डॉक्टरों का अपमान है, जिन्होंने महामारी से लड़ते हुए प्राणों गंवा दिये।