चीन और अमेरिका के बीच पिछले दो साल से अधिक समय से ट्रेड वॉर चल रहा है। दोनों के बीच कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन इसे खत्म करने पर सहमति नहीं बन पाई है।
वहीं अमेरिका का कहना है कि चीन अपनी कारोबारी नीतियों की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा रहा है।
बढ़ते ट्रेड वॉर के बीच डब्यूटीओ ने कहा है कि अमेरिका ने चीन पर पर ट्रेड बैन लगाकर इसके नियमों को तोड़ा है।
डब्ल्यूटीओ ने कहा है कि अमेरिका ने चीन पर अरबों डॉलर का ट्रेड टैरिफ लगा कर ग्लोबल ट्रेड रूल तोड़े हैं।
जबकि अमेरिका ने कहा है कि ये टैरिफ दो साल पहले इसलिए लगाए गए क्योंकि चीन अपने यहां काम कर रही अमेरिकी कंपनियों पर इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिए दबाव डाल रही थीं।
लेकिन डब्ल्यूटीओ के तीन सदस्यीय पैनल ने कहा कि अमेरिका ने सिर्फ चीन के खिलाफ एक्शन लिया और जो ड्यूटी लगाया गया वह अधिकतम दरों से भी ज्यादा थी।
हालांकि अमेरिका ने कहा कि चीन वर्षों से टेक्नोलॉजी चुरा रहा है। उनका गलत दुरुपयोग कर रहा है लेकिन डब्ल्यूटीओ इसे रोकने में नाकाम रहा है।