रिपोर्ट: सत्यम दुबे
ग्वालियर: यूनिवर्सिटी को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, कभी-कभी छात्रों द्वारा किये गये गलत काम से इसकी गरिमा धूमिल होती है, तो कभी अध्यापकों के गलत करने पर भी इसकी छबि धूमिल होती है। लेकिन जब इस शिक्षा के मंदिर में ज्ञान की बजाय गलत काम किया जाने लगे, उस वक्त विश्वविद्यालय की गरिमा के साथ बच्चों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ये सारी बातें हम आपको इसलिए बता रहें हैं कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जायेंगे।
आपको बता दें कि बुधवार को जीवाजी यूनिवर्सिटी से खबर सामने आइ कि इस यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने 1256 मिनट पोर्न विडियो देखे हैं। जैसे ही ये जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को मिला, हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच कर्मचारियों की सेवायें समाप्त कर दी हैं। मिली जामकारी के मुताबिक जब इस बात की जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को लगी तो इसकी जॉच कराई गई। जॉच में जो मामला सामने आया वह हैरान कर देने वाला था।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिन कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है, उनमें 2 महिला कर्मचारी भी शामिल हैं। आपको बता दें कि कुछ कर्मचारियों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कोई और वेबसाइट सर्च कर रहे थे उस दौरान पोर्न अपने आप खुल रहा था।
जॉच में जो मामला सामने आया है उसके अनुसार ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी के अलग-अलग डिपार्टमेंट के करीब 7 से 8 कर्मचारियों ने एक महीने में 1256 मिनट पोर्न वेबसाइट का उपयोग किया। इसमें आठ यूजर आईडी के माध्यम से पोर्न देखा गया। इन कर्मचारियों में दो महिला कर्मचारी भी शामिल हैं। जबकि दो आईडी ऐसे कर्मचारियों के हैं, जिनकी उम्र लगभग 58 के असपास है और वे रिटायर होने वाले हैं।
मामले की जानकारी होने के बाद कुलपति ने कमेटी बनाई, फिर जांच कराई जिसके बाद यह मामला सही पाया गया है। पोर्न वेबसाइट देखने वालों में रेगुलर और आउटसोर्स कर्मचारी शामिल थे। जांच रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इन कर्मचारियों द्वारा यूनिवर्सिटी का नेटवर्क यूज करके पोर्न साइट्स वीडियो का उपयोग किया गया। इसके बाद 4 सर्विस प्रोवाइडर कर्मचारी और एक गेस्ट फैकल्टी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं एक स्थाई कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।