अल्मोड़ा: बीती रविवार देर रात तक चले मंचन में मेघनाद वध के बाद रावण विलाप, मकरध्वज प्रसंग, अहिरावण वध और अंत में राम रावण के बीच महासंग्राम से जुड़े प्रसंग दिखाए गए। संहार के बाद रावण एवं मंदोदरी वार्तालाप की भावपूर्ण प्रस्तुति दी गई। लक्ष्मण मेघनाद युद्ध व अहिरावण रावण संवाद खास आकर्षण रहा।
लक्ष्मण की पात्र शगुन त्यागी, रावण पूर्व दर्जा राज्यमंत्री बिट्टू कर्नाटक, मेघनाद व अहिरावण में डा. करन कर्नाटक के अभिनय को खूब वाहवाही मिली। रावण वध के बाद मार्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने धर्म की स्थापना की। राम की पात्र दिव्या पाटनी, हनुमान अनिल रावत, विभीषण जितेंद्र कांडपाल, अंगद दक्ष कर्नाटक, मकरध्वज रितिक जोशी, सुग्रीव विशाल उप्रेती, मंदोदरी सुप्रिया मेहरा, सुलोचना अंजू, नर्तकी मानसी मेहरा आदि का अभिनय सराहनीय रहा।
इस मौके पर भुवन कर्नाटक, रमेश जोशी, जगदीश तिवारी, एमसी काडपाल, लीलाधर काडपाल, सभासद राजेंद्र तिवारी, पूरन जोशी, डा. विद्या कर्नाटक, ग्राम प्रधान गौरव काडपाल, मोहन कर्नाटक, ललित कर्नाटक, कमल पालीवाल, कमल जोशी आदि उपस्थित रहे।