नई दिल्ली : 26 मार्च 2021 यानी शुक्रवार को किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने का लगा है, जिसका नतीजा यह है कि दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर भारी जाम लगा हुआ है। क्योंकि एक बार फिर प्रदर्शनकारी किसानों ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर को जाम कर दिया। वहीं इस प्रदर्शन के कारण खासकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी की व्यवस्था चरमरा रही है।
आपको बता दें कि इस प्रदर्शन के कारण रेलवे ने एहतियात के तौर पर 4 शताब्दी ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। क्योंकि दिल्ली के आसपास पंजाब और हरियाणा के 32 लोकेशन पर किसान रेल पटरियों पर ही बैठ गए है। इससे रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। बता दें कि देश के कई अन्य हिस्सों में आंदोलन की वजह से सड़क परिवहन प्रभावित है। साथ ही कुछ जगहों पर बाजार भी बंद हैं।
हालांकि, किसान संगठनों के ऐलान के मुताबिक, पांच चुनावी राज्यों में यह बंद नहीं होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार देश भर में राष्ट्रव्यापी बंद 26 मार्च को सुबह छह बजे से शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा जो दिल्ली की तीन सीमाओं-सिंघू, गाजीपुर और टीकरी पर किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर किया जा रहा है। मोर्चे के नेता दर्शनपाल ने एक वीडियो संदेश में कहा कि बंद के दौरान सब्जियों और दूध की आपूर्ति भी रोकी जाएगी।
मोर्चे ने अपने एक बयान में कहा था कि, ‘‘संपूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे। सभी छोटे और बड़े मार्ग अवरुद्ध किए जाएंगे तथा ट्रेनों को रोका जाएगा। एंबुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी। भारत बंद का प्रभाव दिल्ली में भी दिखेगा।’’ इसने आंदोलकारी किसानों से अपील की कि वे बंद के दौरान शांति बनाए रखें और किसी भी गलत चर्चा या टकराव में शामिल न हों। वरिष्ठ किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सड़क और रेल परिवहन को अवरुद्ध किया जाएगा तथा बाजार भी बंद रहेंगे। मोर्चा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में भी बंद रहेगी।