सोमवार को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर की कीमत 3.2 फीसदी की छलांग लगाकर 3224 रुपये तक पहुंच गई. शुक्रवार को इसने 3,165 रुपये के स्तर पर कारोबार खत्म किया था. बीते छह महीनों में कंपनी के शेयर में करीब 1,000 रुपये की वृद्धि देखने को मिली है.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में सोमवार को जोरदार तेजी देखने को मिली. इससे कंपनी का मार्केटकैप 12 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया. दिसंबर तिमाही के शानदार नतीजों के बाद कंपनी के शेयरों में बेहतरीन खरीदारी देखने को मिली.
सोमवार को कंपनी का बाजार पूंजीकरण 12.07 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया, जबकि शुक्रवार को इसने 11,70,875 करोड़ रुपये के स्तर पर सत्र का अंत किया था. हालांकि, मार्केटकैप के मामले में रिलायंस अब भी अव्वल है, जिसका बाजार पूंजीकरण 12.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक है.
जैफरीज ने इस शेयर को 3750 रुपये का टार्गेट प्राइस दिया है, जबकी गोल्डमैन सैक्स की नजर में इसका भाव 3,626 रुपये होना चाहिए. जेपी मॉर्गन एंड बर्नस्टीन ने शेयर को 3,400 रुपये का लक्ष्य दिया है. सीएलएसए और एसएसबीसी ने इस शेयर को 3,200 रुपये का लक्ष्य दिया है.
एडलवाइज ने कंपनी के शेयर का टार्गेट प्राइस 4,000 रुपये से 4,176 रुपये कर दिया है. उसने कहा है, “कंपनी में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है. कंपनी प्रबंधन ने ग्रोथ 10 फीसदी से अधिक रहने की उम्मीद जताई है.
एक्सिस कैपिटल ने इस शेयर का टार्गेट प्राइस 3,200 रुपये से बढ़ाकर 3,400 रुपये करते हुए इसे बढ़ाने की सलाह दी है. मोतीलाल ओसवाल ने 3,175 रुपये के लक्ष्य के साथ अपना रुख तटस्थ रखा है. एमके ने टार्गेट प्राइस 3,000 रुपये से 3,150 रुपये करते हुए होल्ड करने की सलाह दी है.
टीसीएस ने शुक्रवार को तीसरी तिमाही के नतीजों का एलान किया. दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 7.18 फीसदी बढ़कर 8,701 करोड़ रुपये रहा. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने 8,118 करोड़ रुपये मुनाफा कमाया था. कंपनी का मुनाफा विश्लेषकों के अनुमान से ज्यादा है.
टीसीएस टाटा समूह की कंपनी है. यह देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है. टीसीएस ने 6 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का एलान किया है. इसके लिए रिकॉर्ड तारीख 16 जनवरी होगी.
सितंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू साल दर साल आधार पर 5.42 फीसदी बढ़कर 42,015 करोड़ रुपये रहा. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 39,584 करोड़ रुपये था. कंपनी ने कहा है कि दिसंबर तिमाही पिछले नौ साल में सबसे अच्छी रही है.