रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कर्नाटक की चिकमंगलूर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपको होश उड़ जायेंगे। यहां पुलिस कस्टडी में एक दलित को जबरन पेशाब पीने को मजबूर कर दिया गया। पीड़ित व्यक्ति का नाम पुनीत है। पुनीत की शिकायत पर SP ने जांच का आदेश दिये है। आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ FIR भी दर्ज कर लिया गया है।
दरअसल, कनार्टक के चिकमंगलूर जिले के गोनीबीडू थाने में बीते 10 मई को पुलिस ने पुनीत को हिरासत में लिया था। पुनीत का आरोप है कि पुलिस हिरासत में उसको सब-इंस्पेक्टर ने पेशाब पीने को मजबूर किया।
पुनीत ने अपने साथ हुई इस घटना की शिकायत राज्य के डीजीपी से की थी। पुनीत की शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक चिकमंगलूर ने पुलिस जांच का आदेश दिया है। सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ उसकी विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
आपको बता दें पुनीत ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि चिक्कमगलुरु जिले में हिरासत में पुलिस ने एक थाने के अंदर पूछताछ के दौरान उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया था। अब पुनीत ने कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को पत्र लिखकर इस मामले में न्याय की मांग की है और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले इंस्पेक्टर समेत पुलिस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है।
पुनीत ने बताया कि, “मुझे पुलिस स्टेशन ले जाया गया और पीटा गया। मेरे हाथ और पैर बंधे हुए थे. मैं प्यासा था और पानी मांग रहा था, क्योंकि पानी नहीं मिलता तो मैं मर जाता। इसी दौरान पुलिस ने एक आदमी को बोला कि वो मुझ पर पेशाब करे और इतना ही नहीं, पुलिस ने मुझसे कहा कि अगर मैं बाहर निकलना चाहता हूं तो मुझे फर्श से पेशाब चाटना होगा।“
पुनीत ने आरोप लगाया, “पुलिस ने थाने में मेरे साथ मारपीट की और मेरे दलित समुदाय को भी गालियां दीं। उसने आगे बताया कि पुलिसवालों ने उसपर लगाए गए झूठे आरोपों को लेकर बहुत बुरा व्यवहार किया। पुनीत ने गृह मंत्री, डीजीपी और मानवाधिकार आयोग को भी पत्र लिखकर न्याय की मांग की है।
चिक्कमगलुरु के SP अक्षय एम हाके ने कहा कि पुनीत की शिकायत के आधार पर सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होने आगे कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। उपनिरीक्षक के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है। उप निरीक्षक के खिलाफ दर्ज शिकायत और लगे आरोपों के आधार पर विभागीय जांच की जाएगी। हालांकि वर्तमान में उप निरीक्षक का दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया गया है।’