चीनी आयात की अपने बंदरगाहों पर कस्टम मंजूरी रोकने और 59 चीनी एप्स पर रोक लगाने के बाद अब भारत ने चीनी निवेश पर नज़रे गढ़ा दी है।
खबरों की माने तो भारत के फूड डिलीवरी एप जोमैटो ने चीन की अलीबाबा की सहायक कंपनी एंट फाइनेंशियल के साथ जनवरी में करीब 700 करोड़ निवेश का करार किया था।
लेकिन अब भारत में निवेश के नए नियमों के बाद चीन से होने वाली फंडिंग खतरे में पड़ गई है, क्योंकि इसके लिए सरकार की मंजूरी लेनी होगी।
आपको बता दे कि जोमैटो की बाजार पूंजीकरण 22 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है।
ज्ञात हो, ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया व तकनीकी वित्तीय कंपनियां और लॉजिस्टिक क्षेत्र की करीब 75 से ज्यादा कंपनियों में चीनी कंपनियों ने निवेश किया है।