बेंगलुरूः कर्नाटक में लंबे समय से चल रही राजनीतिक खींचतान पर विराम लग गया है। कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। कर्नाटक के राज्यपाल ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। बता दें कि सिद्धारमैया दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री चुने गए हैं। नई सरकार में कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इस दौरान शिवकुमार ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके अलावा विधायक सतीश जरकीहोली, डॉ. जी. परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज और एमबी पाटिल ने नव-निर्वाचित कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जु खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम विपक्ष के बड़े नेता शामिल हुए। जिनमे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, मक्कल नीडि माईम के प्रमुख कमल हसन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हुए। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि यह खुशी की बात है कि कर्नाटक में नई सरकार, मज़बूत सरकार आई है। इससे कर्नाटक का विकास होगा और साथ ही देश में अच्छा माहौल बनेगा।
गौरतलब है कि 12 अगस्त 1948 को मैसूर के सिद्दरामनहुंडी गांव में जन्मे सिद्धारमैया एक किसान परिवार से आते हैं। सिद्धारमैया 2013 में पहली बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने। सिद्धारमैया राज्य के वित्तमंत्री और डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं। पेशे से वकील सिद्धारमैया ने 1978 में राजनीति में कदम रखा। इस बार सिद्धारमैया 9वीं बार विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। इस बार उन्होंने मैसूर क्षेत्र की वरुणा सीट से जीत हासिल की है। नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक सिद्धारमैया के पास 19 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।