रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
नई दिल्ली: उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपना कार्यभार संभालने के बाद से ही काफी ज्यादा सुर्खियों में है । तीरथ सिंह रावत की बयानबाजी उनकी चर्चा का कारण बनी हुयी है। तीरथ सिंह रावत कभी महिलाओं की फटी जींस के ऊपर को लेकर बयान दे रहे है तो कभी अमेरिका का भारत पर 200 साल राज करने वाली बयानबाजी कर रहे है। अब इन बयानों से इतर उन्हें दिल्ली का बुलावा आ गया है। सीएम तीरथ सिंह रावत को यूं अचानक इतनी जल्दी दिल्ली बुलाने का कारण क्या उनकी बयानबाजी है या फिर कोई और बड़ा कारण?
खैर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी के साथ मुलाकात के लिए बुलाना कई तरफ इशारा करता नजर आ रहा है। अब रावत जी को यूं अचानक निमंत्रण देना सियासी गलियारे में तो हलचल पैदा कर ही रहा है साथ ही साथ राजनीतिक विशेषज्ञ भी इसको लेकर अलग-अलग कयास लगा रहे हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सोमवार को दिल्ली पहुंचे थे और अमित शाह के साथ-साथ पीएम मोदी के साथ अनकी मुलाकात का उद्देश्य अभी तक साफ नहीं हो पाया है।
गौरतलब हो कि जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जब दिल्ली आए थे तो उन्हें वापस उत्तराखंड जाकर अपना इस्तीफा देना पड़ा था। जिसका कारण बताते हुआ त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि उनकी पार्टी ने उनसे कहा है कि अब किसी और को यह मौका देना चाहिए। वहीं ऐसा भी माना जा रहा है कि पार्टी तीरथ सिंह रावत पर भी किसी तरह का एक्शन ले सकती है।
हाल ही में दिल्ली आने से पहले भी तीरथ सिंह रावत ने अपने एक बयान में कहा था कि कोरोना काल में सरकार की ओर से हर घर में प्रति यूनिट 5 किलो राशन दिया गया। जिनके 10 थे उनको 50 किलो, 20 थे तो क्विंटल भर राशन दिया गया। फिर भी कुछ लोगों को जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल भर मिला। इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए। इस बयान पर उनके खिलाफ आलोचना रुकने का नाम नहीं ले रही है।