रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी के कैबिनेट का विस्तार होना है, जिसको लेकर पीएम मोदी के घर पर मंगलवार को बड़ी बैठक होने वाली है। पीएम मोदी के घर पर होने वाली इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहेंगे।
आपको बता दें कि दो हफ्ते पहले सभी मंत्रियों के मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा के बाद आने वाले समय में उनके मंत्रालय की प्लानिंग को लेकर रिपोर्ट मांगी गई थी। इससे पहले पीएम मोदी ने 20 जून को अपने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठकर पिछले दो सालो में किए गए काम की समीक्षा की थी।
मंगवलार को होने वाली बैठक में कयास लगाया जा रहा है कि केंद्र सरकार में बड़े बदलाव हो सकते हैं। पीएम मोदी इसे लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर चर्चा कर चुके हैं। मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार 7 या 8 जुलाई को हो सकता है। संतोषजनक काम न करने वाले मंत्रियों को हटाया जा सकता है। वहीं मोदी सरकार के कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं।
केंद्र में दूसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद दो साल से अधिक समय होने जा रहा, जब मंत्रिमंडल विस्तार किया जायेगा। राजनीतिक तरीके से देखें तो पांच राज्यों में चुनाव को देखते हुए वहां के जातिगत और राजनीतिक समीकरण की छाप भी नजर आ सकती है। सूत्रों की मानें तो मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में एनडीए की गठबंधन सहयोगी जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के पास गुट के नेताओं को भी जगह दी जा सकती है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ कई दौर की बैठक कर चर्चा कर चुके हैं। 6 जुलाई को भी पीएम की पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक होनी है। माना जा रहा है कि इस बैठक में मंत्रियों के नाम पर फाइनल मुहर लग सकती है.
मंत्रिमंडल के विस्तार में जिन चेहरों को मंत्री जा सकता है। उसमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया, सूत्रों की मानें तो बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, वरुण गांधी, प्रवीण निषाद, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और संतोष कुशवाहा के साथ ही अपना दल की अनुप्रिया पटेल को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
इसके साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के पशुपति पारस को भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। माना जा रहा है कि बंगाल से भी कुछ और नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है। कई मंत्रियों के पास तीन-तीन, चार-चार मंत्रालयों का कार्यभार है। ऐसे में नए मंत्रियों को इनमें से कुछ विभाग दिए जा सकते हैं।