MP से एक बड़ी ही आश्चर्यजनक खबर सामने आ रही है। जहां एक मजदूर के हाथ एक ऐसी लौटरी लगी, के रातो-रात उसकी किस्मत बदल गयी। 33 वर्षीय शमशेर पन्ना को हीरापुर टपरियन उथली खदान क्षेत्र से जेम क्वालिटी (हल्का पीलापन) वाला 6.66 कैरेट वजन का हीरा मिला है।
रिपोर्ट: अनुष्का सिंह
भोपाल: MP से एक बड़ी ही आश्चर्यजनक खबर सामने आ रही है। जहां एक मजदूर के हाथ एक ऐसी लौटरी लगी, के रातो-रात उसकी किस्मत बदल गयी।
खबर एमपी के पन्ना से है जहाँ 33 वर्षीय शमशेर पन्ना को हीरापुर टपरियन उथली खदान क्षेत्र से जेम क्वालिटी (हल्का पीलापन) वाला 6.66 कैरेट वजन का हीरा मिला है। जिसकी कीमत लगभग 12 से पंद्रह लाख रुपये की बतायी जा रही है।
बता दे कि ऐसा यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी खदान क्षेत्र से 8.22 कैरेट वजन का हीरा पन्ना के ही बेनीसागर मोहल्ला निवासी रतन प्रजापति को मिल चुका है। जिसके बाद नीलामी में वह हीरा 37 लाख रुप्ये का बिका था, और उस घटना के बाद अब शमशेर को हीरा मिला है।
हीरा मिलने के बाद शमशेर ने इसे बीते बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है। जिसके बाद हीरा कार्यालय के पारखी अनुपम सिंह के अनुसार इस हीर को अब होने वाली नीलामी मे रखा जाऐगा। साथ ही हीरा बिकने पर रॉयल्टी काटने के बाद शेष राशि हीरा मालिक यानी की शमशेर को दे दी जाएगी। हीरा मिलने के बाद से ही मजदूर शमशेर खान के घर मे जश्न और खुशी का माहौल है। गली मोहल्ले के पड़ोसियों से खूब ढेर सारी बधाइयां मिल रही हैं, तो वही दुसरी ओर लोगों का घर पर आना- जाना भी लगा हुआ है।
बता दे कि पन्ना का हीरा कार्यालय देश का इकलौता हीरा कार्यालय है। लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि देश के इकलौते हीरा कार्यालय में कर्मचारियों की भारी कमी है। जिसके कारण यहां के कामकाज में काफी दिक्कतें आती हैं, और हीरा खदान के क्षेत्रो की सही से निगरानी भी नही हो पाती है। मिली जानकारी के अनुसार पहले के समय मे खदानो की निगरानी के लेऐ 34 से भी ज़्यादा हवलदार तैनात किये गये थे। लेकिन हालिया समय में केवल 2 हवलदार ही शेष हैं। जिसके चलते यहाँ हीरा खदान से निकलने वाले ज्यादतार हीरे चोरी- छिपे बिक जाते हैं।