नई दिल्ली: हिंदी फिल्मों की सबसे हसींन और खूबसूरत अदाकारा, जिन्होंने फिल्म मुगल-ए-आजम में अपने एक किरदार से दुनिया का दिल जीत लिया था, आज उसी हसीं चेहरे की पुण्यतिथि है। ये कोई और नहीं जानी मानी एक्ट्रेस मधुबाला है।
मधुबाला का जन्म दिल्ली में वैलेंटाइन डे के दिन हुआ था। वो 11 भाई बहनों में से एक थी।
मधुबाला को बॉलीवुड की मर्लिन मुनरो (The Marilyn Monroe of Bollywood) भी कहा जाता है। इतना ही नहीं उनकी खूबसूरती के चलते ‘वीनस आफ हिंदी सिनेमा’ (Venus of Indian cinema) कहा गया है।
बहुत छोटी उम्र से ही उन्होंने घर की ज़िम्मेदारी का भोज अपने सिर पर ले लिया। उन्होंने अपने फिलि करियर की शुरआत 1942 में ‘बसंत’ से की थी। उनकी अदाकारा को देखते हुए उन्हें 9 साल की उम्र में ‘बेबी मुमताज’ का नाम दिया गया।
मधुबाला ने ‘नील कमल’ से बतौर लीड एक्ट्रेस हिंदी फिल्मों में डेब्यू किया। मधुबाला का फिल्मी करियर जितना सफल रहा था, उतनी ही परेशानियां उन्हें अपनी निजी जिंदगी में झेलनी पड़ी थी।
मधुबाला ने 1949 में कमल अमरोही की फिल्म ‘महल’ में काम किया था, जो उनके करियर का टर्निंग प्वॉइंट रहा। उन्हें इसी बीच कमल से प्यार लेकिन वो पहले से शादीशुदा थे और फिर उनका रिश्ता टूट गया। इसके बाद 1951 में फिल्म ‘तराना’ के सेट पर मधुबाला और दिलीप कुमार की मुलाकात हुई। दोनों बहुचर्चित फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में साथ नजर आए थे। हालांकि उनका रिश्ता भी आगे नहीं बढ़ पाया।
मधुबाला की ज़िन्दगी में मोड़ तब आया जब उनकी मुलाक़ात साल 1956 में मुलाकात किशोर कुमार से हुई, जिसके बाद उन दोनों की 1960 में शादी हो गई।
मधुबाला की ज़िन्दगी उथल पुथल तब हुई जब उन्हें मुगल-ए-आजम की शूटिंग के वक्त पता चला कि उनके दिल में छेद है लेकिन परिवार की ज़िम्मेदारियों की वजह से उन्होंने हार नहीं मानी और आगे बढ़ते रही, इतना आगे बढ़ी की आज उन्हें हर कोई जनता है।
बताया जाता है कि ऐसे वक्त में भी पति किशोर कुमार ने उनका साथ नहीं दिया और अलग रहने के लिए उन्हें भेज दिया था। किशोर कुमार, मधुबाला का हालचाल भी दो- चार महीनों में एक बार लिया करते थे।
अपने बुरे वक्त में भी पति से दूर होने की वजह से वो और बीमार पड़ने लगी। एक तरफ मानसिक तरीके से टूटी, तो वहीं दूसरी ओर शारीरिक रूप से भी बेहद कमजोर हो गई थीं। आखिरकार 23 फरवरी 1969 को 36 बरस की उम्र में मधुबाला ने दम तोड़ दिया।