धन की देवी लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी है और समस्त संसार को धन वैभव देने वाली है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कोई गरीब रह जाता है वहीं कोई अमीर बन जाता है।
धन की देवी का यह अलग ही रहस्य है जो आज तक कोई नहीं जान पाया। एक बार देवराज इंद्र की इस रहस्य को जानने की इच्छा तीव्र हुई और वो खुद माता लक्ष्मी के पास जाकर उनसे अपनी शंका का निवारण करने का निवेदन करने लगे।
उनकी इस सेवा भाव से प्रसन्न होकर माता लक्ष्मी ने उन्हें समझाया कि इंद्र, हर व्यक्ति अपने कर्मों से अमीर गरीब बनता है और उससे भी अधिक मेरी पूजा करने के बाद क्या वो धन का सम्मान कर पाता है यह मायने रखता है !
आगे माता लक्ष्मी ने इंद्र से कहा कि जिस घर में शांति नहीं होती मैं उस घर में निवास नहीं करती हूँ। कोई मेरी कितना ही पूजा सेवा कर ले लेकिन जिस घर में शांति और सद्भाव नहीं रहता उस घर में लक्ष्मी का वास नहीं रहता है।
उन्होंने यह भी कहा, जिस घर में घर की स्त्री और कन्या का सम्मान नहीं होता मैं उस घर को त्याग देती हूँ ! जिस घर में अन्न का अपमान होता है उस घर में कभी मेरा निवास नहीं होता है।