नई दिल्ली : चैत्र के महीने के शुरूआत के साथ ही अब पर्व-त्यौहार का भी दौर शुरू हो चुका है। एक तरफ जहां हिन्दु धर्म के लोगों में नवरात्रि और छठ पूजा को लेकर काफी उत्साह है तो वहीं मुस्लिम वर्गों में उनका पावन महीना रमजान को लेकर खुशी का माहौल है। क्योंकि यह पावन महीना एक माह को होता है, जिसका अंत चांद के दीदार यानी की भाईचारे का महत्वपूर्ण पर्व ईद के साथ होता है। ऐसे में श्रद्धालु यह जानने को बेकरार हैं कि क्या उन्हें अपनी आस्था का इजहार करने के लिए त्योहार मनाने, मंदिरों-मस्जिदों में जाने आदि की छूट है भी या नहीं, चर्च और गुरुद्वारों को लेकर किस राज्य सरकार ने कौन सी गाइडलाइंस जारी की है? तो आइए जानते हैं, राज्यों के नियम…
दिल्ली
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सभी तरह के धार्मिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक और सांस्कृतिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दी है। गाइडलाइंस के मुताबिक, किसी भी त्योहार पर समारोह का आयोजन या भीड़ जुटाने पर पाबंदी है।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से जारी नई गाइडलाइंस में स्पष्ट कहा गया है कि नवरात्रि के दौरान श्रद्धालु मंदिर आ सकते हैं, लेकिन सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन करते हुए पूजा और दर्शन करना होगा। श्रद्धालुओं को मास्क लगाना भी अनिवार्य होगा। हालांकि, लंगर की व्यवस्था करने या फिर जागरण करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का प्रकोप देश के किसी भी अन्य राज्य से बहुत ज्यादा है। वहां हालात इतने खराब हैं कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाने की संभावना जताई जा रही है। वैसे उद्धव ठाकरे सरकार ने जारी गाइडलाइंस में कहा है कि मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों समेत तमाम धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। हालांकि, वहां के महंत, पुजारी, मौलाना, ग्रंथी आदि सामान्य पूजा-पाठ कर सकेंगे। सरकार ने कहा है कि सभी धर्माचार्यों को तुरंत कोविड वैक्सीन लगवाना चाहिए।
मध्य प्रदेश
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के 11 जिलों में पूर्ण लॉकडाउन लगा है। छिंदवाड़ा, खरगोन, कटनी, रतलाम, बेतुल, बरवानी, राजगढ़, विदिशा, सियोबी, नरसिंहपुर और बालाघाट में 19 अप्रैल की सुबह तक सारे कामकाज ठप रहेंगे। साथ ही, शाजापुर, उज्जैन और इंदौर जिलों के शहरी इलाकों में भी लॉकडाउन की अवधि 19 अप्रैल की सुबह तक बढ़ा दी गई है। वहीं, जबलुर जिले में 22 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन लागू है। स्वाभाविक है इन जिलों में धार्मिक स्थलों को भी बंद रखा गया है। भोपाल में भी धार्मिक स्थलों को बंद रखा गया है। वहां पुजारी, मौलाना और ग्रंथी मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों में रुटीन पूजा-पाठ करते रहेंगे। चर्चों में भी प्रार्थना के लिए एक वक्त में 20 से ज्यादा लोगों को जुटने की अनुमति नहीं है।
बिहार
बिहार में लगातार कोरोना केस में तेज वृद्धि दर्ज की जा रही है। नीतीश सरकार ने राज्य में सारे स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया है। बिहार में 30 अप्रैल तक सभी धर्मस्थल भी बंद हैं। वहां किसी प्रकार के धार्मिक समारोह की भी अनुमति नहीं है।
झारखंड
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने कहा है कि राज्य में हर तरह के जुलूस पर प्रतिबंध लगा रहेगा। वहां किसी भी सार्वजनिक स्थल पर पांच लोगों से ज्यादा लोगों के जमावड़ा लगाने पर पाबंदी है। झारखंड में किसी भी धार्मिक त्योहार पर समारोह का आयोजन नहीं किया जा सकता है, न ही जुलूस निकाले जा सकते हैं।
राजस्थान
राजस्थान सरकार त्योहारों, धार्मिक आयोजनों, मेलों पर पाबंदी तो नहीं लगाई है, लेकिन इनमें शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को खुद को कोरोना मुक्त साबित करना होगा। राजस्थान में अगर किसी को धार्मिक समारोह का हिस्सा बनना है तो उसे आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट देना होगा।