आषाढ़ माह शुरू हो गया है और हिन्दू पंचांग के अनुसार इस माह की अष्टमी तिथि को शिव के अवतार काल भैरव की पूजा की जाती है।
माना जाता है कि काल भैरव शिव के ही अंश है और उनकी पूजा करने से कोई रोग और व्याधि नहीं पनपती है।
काल भैरव की पूजा करने से आस-पास मौजूद नकारात्मक शक्तियों से आप लड़ने में समर्थ हो पाते है।
इस दिन श्री भैरव चालीसा का पाठ करना चाहिए, कुत्ते को भोजन कराना चाहिए। भैरव बाबा का वाहन कुत्ता होता है,इसलिए जब आप कुत्ते की सेवा करते है तो वो प्रसन्न होते है।
चूंकि भैरव शिव के अवतार है इसलिए शिव की पूजा करने से भी वो खुश होते है।