सूडान से लौटे भारतीयों ने नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। उन्होने कहा कि सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश है जिसे अपने नागरिकों की चिंता है।
नई दिल्लीः भारत सरकार सूडान में फंसे 360 भारतीय नागरिकों को ‘ऑपरेशन कावेरी’ चलाकर स्वदेश लेकर आई है। जिसके तहत पहली उड़ान नई दिल्ली पहुंची है।” इसी के तहत एक सप्ताह पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीयों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अपने समकक्षों के से बात की थी। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बुधवार देर रात एक ट्वीट में विस्थापितों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “भारत अपनों की वापसी का स्वागत करता है। वहीं सूडान से लौटे भारतीयों ने नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। उन्होने कहा कि सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश है जिसे अपने नागरिकों की चिंता है। बता दें कि सूडान में जब हिंसा भड़की थी तब उस वक्त करीब 3,000 भारतीय रह रहे थे। इनमें से अधिकतर राजधानी खारतूम में रह रहे थे। मंगलवार तक पोर्ट सूडान में जमा हुए अधिकांश भारतीय नागरिकों को अब सऊदी अरब भेज दिया गया है। भारतीय अधिकारी अभी भी राजधानी शहर के पास स्थित सैन्य हवाई अड्डों के इस्तेमाल समेत खारतूम और अन्य स्थानों से फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अलग-अलग विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। इस ऑपरेशन के हिस्से के रूप में भारत ने सऊदी अरब के शहर जेद्दाह में दो बड़े सैन्य परिवहन विमान और एक नौसैनिक जहाज को अपने फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए अपनी आकस्मिक योजना के तहत हिंसा प्रभावित सूडान में एक प्रमुख बंदरगाह पर तैनात किया है। ऑपरेशन के तहत जेद्दाह में एक ट्रांजिट सुविधा स्थापित की है और सभी भारतीयों को सूडान से निकालने के बाद सऊदी अरब के तटीय शहर ले जाया गया है। विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन निकासी मिशन की निगरानी के लिए फिलहाल जेद्दाह में हैं।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना का सी-130जे विमान 128 भारतीयों को लेकर मंगलवार को जेद्दाह पहुंचा, जबकि आईएएनएस तेग भारतीयों के पांचवें जत्थे समेत 297 यात्रियों को लेकर बीती रात सूडान बंदरगाह से रवाना हो गया था। मुरलीधरन ने ट्वीट किया, “यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि जेद्दाह पहुंचे सभी भारतीयों को जल्द से जल्द भारत भेजा जाय।”