गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का निधन हो गया है। मृदुला सिन्हा शुरू से जनसंघ से जुड़ी रहीं और भाजपा की प्रभावी नेता थीं। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने दुख जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मृदुला सिन्हा जी हमेशा जनसेवा को लेकर अपने प्रयासों के लिए याद की जाएंगी। वो एक कुशल लेखक थीं, जिन्होंने संस्कृति के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है। उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, ‘गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है. उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया. वह एक निपुण लेखिका भी थीं, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा. उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ. ॐ शान्ति.’
बिहार के बेगुसराय से भारतीय जनता पार्टी से सांसद गिरिराज सिंह ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी. सिंह ने लिखा ‘गोवा की पूर्व राज्यपाल, प्रख्यात साहित्यकार एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री मृदुला सिन्हा जी के निधन से मन व्यथित है. उनका निधन भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है. हमारे माथे पर से एक आशीर्वाद उठ गया. प्रभु उनकी आत्मा को शांति दें।
27 नवंबर 1942 को बिहार के मुजफ्फरनगर के छपरा गांव में जन्मीं मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं. राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी सिन्हा का नाम काफी ऊंचा था. वह काफी मशहूर हिंदी लेखिका थीं. उनके लेख हमेशा राष्ट्रीय अखबारों में छपते रहे हैं. उन्होंने अपने जीवन में 46 से ज्यादा किताबें लिखी हैं. इतना ही नहीं राजमाता विजयराजे सिंधिया की जीवनी भी सिन्हा ने लिखी थी.