1. हिन्दी समाचार
  2. New Delhi
  3. नेपाल में वामपंथियों को सियासी जमीन खिसकने का डर, अब भारत से बढ़ाने लगा नजदीकियां

नेपाल में वामपंथियों को सियासी जमीन खिसकने का डर, अब भारत से बढ़ाने लगा नजदीकियां

नेपाल में हिंदू राज्‍य बनाने की मांग फिर से जोर पकड़ रही है। नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह ने कई बार भारत का दौरा कर गोरक्ष पीठाधीश्‍वर योगी आदित्‍यनाथ समेत कई नेताओं से मुलाकात भी की है। यही वजह है कि पशुपतिनाथ मंदिर के देश नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्‍प कमल दहल प्रचंड अब भारत और भगवान शिव के साथ रिश्‍तों को मजबूत करने में जुट गए हैं। प्रचंड अपनी पहली विदेश यात्रा पर नई दिल्‍ली पहुंचे हैं।

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

नई दिल्‍ली: नेपाल में हिंदू राज्‍य बनाने की मांग फिर से जोर पकड़ रही है और नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह ने कई बार भारत का दौरा कर गोरक्ष पीठाधीश्‍वर योगी आदित्‍यनाथ समेत कई नेताओं से मुलाकात भी की है। यही वजह है कि पशुपतिनाथ मंदिर के देश नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्‍प कमल दहल प्रचंड अब भारत और भगवान शिव के साथ रिश्‍ते को मजबूत करने में जुट गए हैं। प्रचंड अपनी पहली विदेश यात्रा पर नई दिल्‍ली पहुंचे हैं। जहां उनका भव्‍य स्‍वागत किया गया। प्रचंड 4 दिन के दौरे पर भारत आए हैं और उनकी यात्रा में मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन का महाकालेश्‍वर मंदिर भी शामिल है। ऐसे में नेपाल में वामपंथी राजनीति करने वाले प्रचंड का शिव मंदिर जाना बहुत आश्‍चर्य से देखा जा रहा है।

लेकिन विश्‍लेषक इसे नेपाल की घरेलू राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि नेपाल इन दिनों आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। प्रचंड ने पहले कोशिश की थी कि चीन के साथ रिश्‍ते मजबूत किया जाए लेकिन उन्‍हें सफलता नहीं मिली। अंतत: उन्‍हें भारत समर्थक नेपाली कांग्रेस के साथ गठबंधन करना पड़ा। उनका मानना है कि अब नेपाल की राजनीति में वाम दलों के एक साथ आने की संभावना कम है। नेपाल में भारत की अच्‍छी छवि है और भारत की सकारात्‍मक भूमिका रही है। प्रचंड इस बात से बहुत चिंतित हैं कि देश में शाही परिवार को भारत का साथ मिल सकता है जो नेपाल को फिर से हिंदू देश बनाना चाहता है। बता दें कि नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र शाह लगातार अपने देश में दौरा कर रहे हैं और जनता से राजनेताओं की क्षमता को लेकर सवाल कर रहे हैं। प्रचंड ने खुद मानते हैं कि देश में वर्तमान शासन के खिलाफ गुस्‍सा लगातार बढ़ रहा है। नेपाल में हाल ही में चुनाव में एक राजनीतिक दल ने तो खुलकर राजशाही का समर्थन कर दिया था। यही वजह है कि प्रचंड अब भारत से न केवल दोस्‍ती बढ़ा रहे हैं, बल्कि मंदिर भी जा रहे हैं।

वामपंथियों को डर

वहीं नेपाल में केपी ओली समेत वामपंथी धड़ा चीन के समर्थन में भले ही चला गया हो लेकिन वहां की आम जनता अभी भी भारत को पसंद करती है। नेपाल का राजशाही परिवार बाबा गोरखनाथ के भक्त रहे हैं। गोरखनाथ मंदिर में आज भी नेपाल के राजा की पहली खिचड़ी चढ़ती है। नेपाल में बड़ी तादाद में ऐसे लोग हैं जो नाथ संप्रदाय को मानने वाले हैं। इसलिए वामपंथी पार्टियों डर है कि कहीं आम लोगों में उनकी पैठ कम न हो जाय।

भारत दौरे पर प्रचंड

इधर दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ से मुलाकात की। नेपाल के प्रधानमंत्री भारत के चार दिवसीय दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी और नेपाल के पीएम ने कई परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान हुई संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा  “मुझे याद है, 9 साल पहले 2014 में कार्यभार संभालने के 3 महीने के भीतर, मैंने नेपाल की अपनी पहली यात्रा की थी। उस समय मैंने भारत-नेपाल संबंधों के लिए फॉर्मूला दिया था। मैंने कहा था कि भारत-नेपाल के बीच ऐसे संबंध स्थापित करेंगे कि हमारे बॉर्डर्स बैरियर न बनें।” वहीं इस मौके पर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री मोदी को नेपाल आने का आमंत्रण दिया है, मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी जल्द नेपाल का दौरा करेंगे।”

दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर

दोनों नेताओं  ने संयुक्त रूप से रेलवे के कुर्था-बीजलपुरा खंड की ई-योजना का अनावरण किया। दोनों प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त रूप से बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड तक भारतीय रेल कार्गो ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने संयुक्त रूप से भारत और नेपाल के बीच मोतिहारी -अमलेखगंज तेल पाइपलाइन के फेज-2 का शिलान्यास भी किया। इसके अलावा पीएम मोदी और नेपाल के पीएम ‘प्रचंड’ की उपस्थिति में दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...