नई दिल्ली : कोरोना संकट के बीच लगातार ऐसे कई खबरें सामने आ रही है, जो काफी दिल दहलाने वाला है। एक ऐसा ही मामला बिहार के दरभंगा जिले के देकुली गांव से सामने आया है।जहां शुक्रवार को 60 साल के मदन मोहन झा की एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से मौत हो गई। इधर, पिता की मौत से दुखी 20 साल के बेटे रामु झा ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता-बेटे की एक साथ मौत के बाद गांव में कोहराम मच गया। घटना से नाराज लोगों ने सड़क जामकर हंगामा कियाष हालांकि, घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय थाना पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कर दिया।
क्या है पूरा मामला ?
मिली जानकारी के अनुसार, मदन मोहन झा की तबीयत पिछले कुछ दिनों से खराब थी। कोरोना टेस्ट कराया गया थे, लेकिन रिपोर्ट पेंडिंग थी। इसी क्रम में शुक्रवार को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। ऐसे में बेटे ने पीएचसी में फोन कर जानकारी दी। दिन के करीब 12 बजे एंबुलेंस देकुली गांव पहुंचा। लेकिन एंबुलेंस चालक ने कोरोना होने की आशंका जताते हुए मदन मोहन झा को एम्बुलेंस में नहीं लिया और अस्पताल चला गया।
जिसके थोड़ी ही देर बाद मदन मोहन झा की मौत हो गई। पिता की मौत देख रामु झा सदमे में चला गया और बाइक पर सवार होकर निकल गया और घर के पास ही फांसी लगा ली। थोड़ी देर बार लोगों ने उसकी तलाश शुरू की, तो उसे फंदे में लटका पाया। ऐसे में लोगों ने उसे फंदे से उतार कर बहादुरपुर पीएचसी में इलाज के लिए पहुंचाया। लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे खाली ऑक्सीजन सिलिंडर लगा दी, जिस वजह से उसकी भी मौत हो गई।
रामु की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा देख पीएचसी के सभी डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी मौके से फरार हो गए। इधर, हंगामें की सूचना पाकर बहादुरपुर थाना प्रभारी रानी कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचीं और लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया। पुलिस बड़ी मशक्कत से शवों का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है।