रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
उत्तराखंड : हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2021 में होलाष्टक 22 मार्च से शुरू हो रहा है । इस दिन फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी । ज्योतिषाचार्य की मानें तो इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि में विराजमान होंगे और आद्रा नक्षत्र भी रहेगा । बता दें कि होलाष्टक का समापन होलिका दहन के दिन होता है । जिसके बाद 28 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा औऱ 29 मार्च को होली खेली जाएगी । चलिए जानते है कि होलाष्टक के मौके पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं-
होलाष्टक पर ये करना चाहिए-
1. किसी अनिष्ट से बचना चाहते हैं तो खड़ा नमक, लाल मिर्च और राई अपने ऊपर से उतार कर होलिका में डाल दें।
2. संतान प्राप्ति के लिए होलाष्टक में लड्डू गोपाल की विधि-विधान से पूजा करें ।
3.करियर में तरक्की के लिए घर या आॅफिस में जौ, तिल औऱ शक्कर से हवन करवाएं ।
4. धन प्राप्ति के लिए कनेर के फूल, हल्दी, पीली सरसों और गुड़ से हवन करें ।
5. स्वास्थ्य के लिए महामृत्युंजय का जाप करें और गुग्गल से हवन करें ।
होलाष्टक पर ये नहीं करना चाहिए-
1. होलाष्टक के मौके पर विवाह का मुहूर्त नहीं होता । जिसके चलते विवाह जैसा मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए ।
2. होलाष्टक में गृह प्रवेश जैसा शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ।
3. इस मौके पर भूमि पूजन करना शुभ नहीं माना जाता है ।
4. हिंदू धर्म में 16 प्रकार के संस्कार बताए जाते हैं, इस दौरान किसी भी प्रकार का संस्कार नहीं करना चाहिए। इस दौरान अगर किसी की मौत हो जाती है तो अंतिम संस्कार के लिए शांति पूजन कराना चाहिए ।
5.होलाष्टक के दौरान घर में रामायण, भागवत जैसी पूजा का आयोजन न करें ।