रिपोर्ट: सत्यम दुबे
आचार्य चाणक्य के नाम से ही लोगो को जीवन जीने की शिक्षा मिलने लगती है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र के माध्यम लोगो को सही दिशा दी है। जो लोग आचार्य चाणक्य की नीति शास्त्र में बताये गये बातों का अनुसरण करते हैं, वो जीवन में कभी मात नहीं खाते। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति और विद्वाता से चंद्रगुप्त मौर्य को राजगद्दी पर बैठा दिया था। आज हम आपको आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र के उस नीति के बारे में बतायेंगे। जिसमें उन्होने बताया है कि इन बातों का रखेंगे ध्यान तो घर में होगा मां लक्ष्मी का प्रवेश।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में बताया है कि घर में साफ- सफाई रखनी चाहिए। जिस घर में साफ सफाई होती है वहीं मां लक्ष्मी का आगमन होता है, जहां साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है मां लक्ष्मीं उसी घर में निवास करती है।
आचार्य चाणक्य ने बताया है कि घर में खुशहाली बनाकर रखनी चाहिए। जिन घरों में क्लेश होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। जिस परिवार के सदस्यों के बीच स्नेह और पति-पत्नी के बीच प्रेम होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है।
आचार्य ने अपनी नीति शास्त्र में बताया है कि मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए वाणी में मधुरता होना जरूरी है। कड़वे वचन बोलने वालों पर मां लक्ष्मी कभी अपना कृपा नहीं बरसाती हैं। इसके साथ ही उन्होने बताया है कि कार्यक्षेत्र में सभी के साथ तालमेल बनाकर चलने वालों को सफलता जल्दी हासिल होती है। ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी कृपा करती हैं।
इसके साथ ही आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में बताया है कि अपने सामर्थ के अनुसार दान जरूर करना चाहिए। शास्त्रों में दान को विशेष महत्व दिया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दान करने से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है।