जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट में लंबे समय से खींचतान चल रही है। इसी बीच लंबे इंतजार के बाद पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की है। जिसमें पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने देर रात 48 महासचिव, 21 उपाध्यक्ष, 121 सचिव, 25 जिलाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष की नियुक्ति की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद राजनीतिक हलकों में दोनों गुटों का आंकलन किया जा रहा है, कि संगठन में किस गुट का पलड़ा भारी है। दोनों गुटों में खींचतान की वजह से लोग नई सूची में गहलोत और पायलट के कट्टर समर्थकों के नाम ढूंढ़ रहे हैं। इस लिस्ट में साफ नजर आ रहा है कि सचिन पायलट के बजाय अशोक गहलोत को ज्यादा तबज्जो दी गई। इसकी खास वजह यह है कि अशोक गहलोत पार्टी के सीनियर नेता हैं और राज्य मुख्यमंत्री भी है वहीं राज्य में पायलट समर्थकों से कई गुना ज्यादा अशोक गहलोत के समर्थक हैं। हालांकि इस कार्यकारिणी में पायलट गुट को ध्यान में रखा गया है और उनके कई नेताओं को शामिल किया गया है। पायलट के कट्टर समर्थक कांग्रेस विधायक गजेन्द्र खटाणा को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसी सूची में शामिल रहे दर्शन सिंह भी पायलट के कट्टर समर्थक हैं। कुल 48 महासचिव में से कई नेता पायलट के कट्टर समर्थक हैं। इनमें राकेश पारीक, मुकेश भाकर, राजेश चौधरी, सुरेश मिश्रा, प्रशांत शर्मा इंद्राज गुर्जर शामिल हैं। इसी तरह 121 सचिवों की सूची में कई नेता पायलट के कट्टर समर्थक हैं। वहीं, चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी और प्रताप सिंह खाचरियावास को लिस्ट से बाहर रखा गया है।
25 नए जिलाध्यक्षों की हुई नियुक्ति
कांग्रेस ने राजस्थान के 25 जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। जिनमें बांसवाड़ा से रमेश पांडेय, भरतपुर से दिनेश सुपा, भीलवाड़ा से अक्षय त्रिपाठी, बीकानेर रूरल से विश्राम सियाग, बूंदी से सीएल प्रेमी, चित्तौड़गढ़ से भेरूलाल चौधरी, चूरू से इंद्राज खींचड़, धौलपुर से साकेत बिहारी शर्मा, डूंगरपुर से वल्लभ राम पाटीदार, श्रीगंगानगर से अंकुर मगनानी, हनुमानगढ़ से सुरेंद्र दादरी, जयपुर रूरल से गोपाल मीणा, जालोर से भंवरलाल मेघवाल, झुंझुनू से दिनेश सुंडा, करौली से शिवराज मीणा, कोटाशहर से रविंद्र त्यागी, कोटा रूरल से भानु प्रताप सिंह, प्रतापगढ़ से भानु प्रताप सिंह, पाली से अजीज दर्द, सिरोही से आनंद कुमार जोशी, सवाई माधोपुर से गिरिराज सिंह गुर्जर, टोंक से हरी प्रसाद बेरवा, उदयपुर सिटी से फतेह सिंह राठौड़ और उदयपुर रूरल से कचरू लाल चौधरी को अध्यक्ष बनाया गया है। नियुक्तियों की लिस्ट सार्वजनिक करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर कहा, AICC द्वारा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त समस्त पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी कांग्रेस संगठन को अधिक सशक्त कर प्रदेश में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
तीन साल से सामान्य विधायक हैं पायलट
बता दें कि तीन साल पहले सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत की थी। इसके बाद से पायलट के पास कोई पद नहीं है। जबकि इससे पहले वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे और गहलोत सरकार में उप मुख्यमंत्री थे। बगावत के बाद कांग्रेस आला कमान ने उन्हें सभी पदों से हटा दिया था। उसके बाद पायलट केवल सामान्य विधायक हैं। क्योंकि देश में लोकसभा चुनाव और राजस्थान में विधानसभा के चुनाव भी होने वाले हैं ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पायलट को कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में खास जगह मिलने वाली है। हांलाकि कांग्रेस में प्रदेश कार्यकारिणी में अभी और भी नियुक्तियां होनी हैं। जिसकी जल्द ही सूची जारी होने वाली है।