Varun gandhi can join congress: देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच यूपी में हो रही चुनावी रैलियों और रात में कर्फ्यू लगाने पर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सवाल उठाए हैं। वरुण गांधी ने कहा कि यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है।
नई दिल्ली: देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच यूपी में हो रही चुनावी रैलियों और रात में कर्फ्यू लगाने पर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सवाल उठाए हैं। वरुण गांधी ने कहा कि यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उन्होंने ट्वीट करते हुए तंज कसा कि रात में कर्फ्यू लगाया गया है, जबकि दिन में रैलियों में लाखों की संख्या में लोगों को बुलाया जा रहा है।
रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है।
उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमीक्रोन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 27, 2021
यूपी सरकार ने लागू किया कर्फ्यू
दरअसल, देशभर में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई मामले मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। यह नाइट कर्फ्यू प्रदेश में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक प्रभावी रहेगा। साथ ही सरकार ने निर्देश दिए हैं कि शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोगों के भागीदारी की अनुमति होगी।
पार्टी लाइन से अलग बयानबाजी
वरुण गांधी लगातार पार्टी लाइन से इतर बयानबाजी कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कृषि कानून, किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी कांड, टीईटी पेपर लीक और गन्ना बकाया मूल्य को लेकर भी अपनी सरकार को कटघरे में किया था।
पार्टी से इसलिए नाराज है वरुण गांधी
सूत्रों के अनुसार, अपनी और मां मेनका गांधी की लगातार उपेक्षा से वरुण गांधी खासे नाराज हैं और यही वजह से पार्टी लाइन से अलग जाकर बयानबाजी कर रहे हैं। इस बार मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में वरुण गांधी की भी चर्चा हो रही थी लेकिन उन्हें शामिल नहीं किया गया। इसके अलावा अगले साल होने वाले यूपी चुनाव में भी वरुण गांधी को कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी गई।
BJP छोड़ सकते है वरुण गांधी
वरुण की बगावत को देखते हुए अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह बीजेपी छोड़ सकते हैं। बीते कुछ महिने पहले उनके ट्विटर प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट भी वायरल हुआ जिसमें कहा गया कि उन्होंने अपने ट्विटर बायो से बीजेपी हटा लिया गया है। हालांकि वरुण गांधी के करीबियों ने इसका खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि वरुण ने कभी भी पार्टी का नाम बायो में नहीं लिखा था।
कांग्रेस का हाथ थाम सकते है वरुण गांधी
जिस तरह कांग्रेस प्रवक्ता टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर खुलकर वरुण गांधी की सराहना कर रहे हैं, वह इस बात का बड़ा संकेत है कि पार्टी नेतृत्व को अब तीसरे गांधी से वैसा परहेज नहीं है जैसा पहले था। कांग्रेस नेतृत्व के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक टीवी चैनल पर भाजपा प्रवक्ता को चुनौती देते हुए कहा कि वरुण गांधी के पास जमीर है इसलिए वह किसानों के हक की बात कर रहे हैं, जबकि दूसरे भाजपा नेताओं के पास जमीर नहीं है। इसी तरह एक अन्य प्रवक्ता ने ट्वीटर पर लगातार वरुण गांधी की तारीफ की और लिखा कि मोदी और शाह को कोई भी गांधी बर्दाश्त नहीं है, भले ही वह उनकी ही पार्टी में क्यों न हो। प्रियंका गांधी के सलाहकार आचार्य प्रमोद कृष्णम तो लगातार वरुण की तारीफ सोशल मीडिया में कर रहे हैं। उन्होंने वरुण के पहले ट्वीट पर ही लिखा कि कोई गांधी ही ऐसा कर सकता है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने किसानों को लेकर किए गए वरुण के हर ट्वीट और बयान को सराहा और उसका स्वागत किया है।
2022 में यूपी में होना है चुनाव
उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 403 सीटों वाली विधानसभा में से 312 सीटें हासिल की थीं, जबकि समाजवादी पार्टी (SP) को 47 सीटें मिली थीं। बसपा (BSP) को 19 और कांग्रेस (Congress) केवल 7 सीटों पर ही जीतने में कामयाब रही।