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देश में डेटाहब बनकर उभरेगा उत्तर प्रदेश, जानिये क्या तैयारी कर रही प्रदेश सरकार

देश में उत्तर प्रदेश को सबसे बडा डेटा हब बनाने के लिए प्रदेश सरकार डाटा सेंटर्स उद्योग विकसित किए जाने की मंशा से डाटा सेंटर नीति 2021 लेकर आई थी। इसके जरिए प्रदेश में हजारों करोड़ रुपए का निवेश और प्रदेश के लोगो को बडे पैमाने पर रोजगार भी मिलेगा। प्रदेश का पहला डेटा सेंटर ग्रेटर नोएडा में हीरानंदानी ग्रुप द्वारा बनाया जा रहा है।

By RNI Hindi Desk 
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उत्तर प्रदेश को देश का सबसे बडा डेटाहब बनाने के लिए प्रदेश सरकार डाटा सेंटर नीति 2021 लेकर आई थी। इसके माध्यम से प्रदेश में हजारों करोड़ रुपए का निवेश और प्रदेश के लोगो को बडे पैमाने पर रोजगार भी मिलेगा। प्रदेश का पहला डेटा सेंटर ग्रेटर नोएडा में हीरानंदानी ग्रुप द्वारा बनाया जा रहा है। इसी डाटा सेंटर का पिछले दिनो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस डेटा सेंटर का उद्घाटन किया था।

तीन लाख वर्ग फीट में छह टावरो का होगा निर्माण
ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क 4 में बन रहे इस हीरानंदानी ग्रुप ने 7 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह सेंटर 3 लाख वर्ग फीट क्षेत्रफल में फैला हुआ है। हीरानंदानी ग्रुप की कंपनी योटा इन्फ्रास्ट्रक्चर का उत्तर प्रदेश में यह पहला डेटा सेंटर पार्क है। पार्क में 6 इंटरकनेक्टेड डेटा सेंटर इमारतें बनाई जा रही है। इसकी क्षमता 30,000 रैका और 200 मेगावाट पावर की होगी। इस डाटा सेेंटर से प्रदेश में उद्यमियो को निवेश करने और नये नये स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा। एक टावर का निर्माण पूरा हो चुका है जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकापर्ण किया था। बनाये गये पहले टॉवर की क्षमता 30 मेगावाट डाटा स्टोर करने की है।

 

प्राधिकरण द्वारा 2020 में की गई थी जमीन आवंटित
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा डाटा सेंटर का निर्माण करने वाली कंपनी को क्षेत्र के नॉलेज पार्क 5 में अक्टूबर 2020 को जमीन आवंटित की थी। जिसका कुल प्रीमियम लगभग 116 करोड़ रुपये है। कंपनी ने आवंटन राशि जमा करके फरवरी 2021 में जमीन की लीज डीड तैयार कराई और कब्जा ले लिया था। इस डाटा सेंटर में आने वाले पांच सालो में कुल छह टावरो को निर्माण कराया जायेगा। डाटा सेंटर निर्माण से हजारों बेरोजगारो के लिए रोजगार के अवसर खुलेगें।

डाटा सेंटर पार्क निर्माण के बाद विदेशो में नही रखना पडेगा डेटा

हाल की स्थिति में देश में डाटा सेंटर के प्रयाप्त मात्रा में ना होने के कारण देश का अधिकतर डाटा विदेशो में रखा जाता है। डेटा सेंटर पार्क के निर्माण के बाद कंपनिया और सरकार देश में ही डाटा को सुरक्षित रख सकेगें। उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म से जुडे हुए करोड़ो उपभोक्ता हैं। डाटा सेंटर निर्माण से ऐसे उपभोक्ताओं के डाटा को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा बैंकिंग, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा, पर्यटन और आधार आदि का डाटा भी इस डाटा सेंटर में सुरक्षित रहेगा।

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