रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य का नाम आते ही लोगो में विद्वता आनी शुरु हो जाती है। इतना ही नहीं चाणक्य ने अपनी नीति और विद्वाता से चंद्रगुप्त मौर्य को राजगद्दी पर बैठा दिया था। इस विद्वान ने राजनीति,अर्थनीति,कृषि,समाजनीति आदि ग्रंथो की रचना की थी। जिसके बाद दुनिया ने इन विषयों को पहली बार देखा है। आज हम आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र के उस नीति की बात करेंगे, जिसमें उन्होने बताया है महिलाओं में होते हैं ये 5 अवगुण, आइये जानते हैं, चाणक्य द्वारा बताये गये इन अवगुणों के बारे में…
अनृतं साहसं माया मूर्खत्वमतिलोभिता।
अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणां दोषा: स्वभावजा:।।
आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक के माध्यम से बताया है कि अधिकांश महिलाएं बात-बात पर नखरे करती हैं।उन्होने अपने नीति शास्त्र में ऐसी महिलाओं के लिए कहा है कि यह स्त्रियों के स्वभाव में होता है कि वो बिना सोचे-समझे अचानक ही कुछ भी काम कर बैठती हैं। ऐसा करना उनके लिए आम बात होती है। आचार्य चाणक्य ने तर्क दिया कि ज्यादातर महिलाएं बात-बात पर झूठ बोलती हैं। जिसके कारण वह मुश्किलों में फंस जाती हैं।
इस श्लोक में उन्होने आगे कहा है कि कुछ स्त्रियां आत्मविश्वास के कारण मूखर्तापूर्ण कार्य कर देती हैं। जिसके कारण वह मुश्किल में फंस जाती हैं। उन्होने इसका तर्क देते हुए कहा है कि आमतौर पर देखा गया है कि स्त्रियों को गहने व धन अति प्रिय होते हैं। ऐसी स्त्रियों से हमेंशा ही बचकर रहना चाहिए।