रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य का नाम आते ही लोगो में विद्वता आनी शुरु हो जाती है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति और विद्वाता से चंद्रगुप्त मौर्य को राजगद्दी पर बैठा दिया था। इस विद्वान ने राजनीति,अर्थनीति,कृषि,समाजनीति आदि ग्रंथो की रचना की थी। जिसके बाद दुनिया ने इन विषयों को पहली बार देखा है। आज हम आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र के उस नीति की बात करेंगे, जिसमें उन्होने बताया है कि मां के समान होती हैं ये 4 स्त्रियां, हमेशा करें सम्मान…
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि राज्य के राजा या शासक की पत्नी भी मां के समान ही होती है। हर व्यक्ति को राज्य के राजा या शासक की पत्नी को मां के समान ही सम्मान देना चाहिए।
आगे उन्होने बताया है कि गुरु की पत्नी मां के समान ही होती है। हर व्यक्ति को गुरु की पत्नी को मां के समान ही सम्मान देना चाहिए। इसके बाद मित्र या बड़े भाई की पत्नी को भाभी कहते हैं। भाभी को मां के समान ही दर्जा दिया जाता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार हर व्यक्ति को मित्र या बड़े भाई की पत्नी को मां के समान ही सम्मान देना चाहिए।
वहीं उन्होने पत्नी की मां को भी मां के समान ही बताया है। उन्होने कहा है कि व्यक्ति को पत्नी की मां को भी के समान ही सम्मान देना चाहिए।