वैदिक मुहूर्त सिद्धांत में कुछ ऐसे नक्षत्र है जिन्हे स्थायी माना गया है। इसका अर्थ यह है कि उन मुहूर्त में खरीदारी करने से जीवन में स्थायित्व प्राप्त होता है। आपको बता दे कि शनि का पुष्य नक्षत्र भी कुछ ऐसा ही नक्षत्र है।
यह नक्षत्र दिवाली के सात दिन पहले बन रहा है। इस बार शनिवार 7 नवंबर और रविवार 8 नवंबर को पुष्य नक्षत्र का योग बन रहा है और इन दोनों दिन आपके लिए सामान खरीदना ठीक रहेगा।
शनिवार सुबह 8:04 बजे से रविवार सुबह 8:44 बजे तक। यह पुष्य नक्षत्र 24 घंटों का है। इस दौरान खरीदारी करने से घर में सुख और समृद्धि आती है। इस नक्षत्र को ज्योतिष में सभी से महान माना गया है।
शनिदेव का ‘पुष्य नक्षत्र’ शनिवार को मिलने के फलस्वरूप शनिवार को ‘रवियोग’ तथा रविवार को भी ‘पुष्य’ नक्षत्र रहने से रविवार को महान ‘रविपुष्य’ योग का निर्माण हो रहा है।
बताते चले, शनिवार को त्रिपुष्कर योग है। इसके साथ ही रविवार को रवि पुष्यामृत योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवियोग बन रहा है।